सृजन घोटाला : सहकारिता विभाग ने तीसरे ऑडिटर मुकेश को किया निलंबित
भागलपुर : सहकारिता विभाग ने सृजन घोटाले में एक बार फिर सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर का अंकेक्षण करनेवाले अंकेक्षण पदाधिकारी को निलंबित कर दिया. राज्य सरकार ने तत्कालीन अंकेक्षण पदाधिकारी मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया है. वर्तमान में मुकेश कुमार सहकारी गृह निर्माण सहयोग समितियाें के उप मुख्य अंकेक्षक व उपभोक्ता […]
भागलपुर : सहकारिता विभाग ने सृजन घोटाले में एक बार फिर सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर का अंकेक्षण करनेवाले अंकेक्षण पदाधिकारी को निलंबित कर दिया. राज्य सरकार ने तत्कालीन अंकेक्षण पदाधिकारी मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया है. वर्तमान में मुकेश कुमार सहकारी गृह निर्माण सहयोग समितियाें के उप मुख्य अंकेक्षक व उपभोक्ता संघ पटना के अतिरिक्त प्रभार संयुक्त निबंधक, सहयोग समितियां पटना प्रमंडल व संयुक्त निबंधक मगध प्रमंडल गया भी थे.
मुकेश कुमार ने सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड का पूर्व में अंकेक्षण किया था. उन पर आरोप है कि अंकेक्षण कार्य में अजय ने घोर लापरवाही बरती थी. उन्होंने आदेश का उल्लंघन किया था. उन पर कर्तव्यहीनता, अनुशासनहीनता और वित्तीय अनियमितता में संलिप्तता का भी आरोप लगा है.
इस कारण बिहार सरकार के सहकारिता विभाग के उपसचिव, निगरानी राजेंद्र राम ने उन्हें निलंबित कर दिया है. निलंबन अवधि में मुकेश कुमार का मुख्यालय मगध प्रमंडल के सहयोग समितियों के संयुक्त निबंधक अंकेक्षण का कार्यालय निर्धारित किया गया है. उनके निलंबन की कार्रवाई पर सहकारिता मंत्री ने अनुमोदित भी कर दिया है.
सृजन समिति की ऑडिट में गड़बड़ी के कारण नहीं पकड़ा गया घोटाला : सृजन समिति की आॅडिट में गड़बड़ी के कारण समिति ने विभिन्न सरकारी विभागों की राशि को अवैध रूप से अपने खाते में लिया. इस तरह करोड़ों की राशि का गबन हुआ. सहकारिता विभाग के ऑडिटर ने मामले की सूचना विभाग को समय पर नहीं दी.