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भागलपुर आ रहे मुखिया कुंदन को मुंगेर पुलिस ने उठाया
भागलपुर/मुंगेर : एके-47 मामले की जांच कर रही मुंगेर पुलिस ने गया एवं मुंगेर के एक-एक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसमें हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल शामिल हैं. जो पहले भी ग्लॉक पिस्टल सहित हथियार तस्करी में कई बार जेल जा चुका है. पुलिस उसे […]
भागलपुर/मुंगेर : एके-47 मामले की जांच कर रही मुंगेर पुलिस ने गया एवं मुंगेर के एक-एक लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. इसमें हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल शामिल हैं. जो पहले भी ग्लॉक पिस्टल सहित हथियार तस्करी में कई बार जेल जा चुका है.
पुलिस उसे गुप्त स्थान पर रखकर पूछताछ कर रही है. एसपी बाबू राम ने कुंदन मंडल सहित अन्य को हिरासत में लिये जाने की पुष्टि की है. भागलपुर एसएसपी आशीष भारती ने भी इस बात की पुष्टि की. उन्होंने बताया कि जिले के सीमा क्षेत्रों में मौजूद थानेदारों को चेक पोस्ट बनाकर सघन वाहन चेकिंग करने का निर्देश दिया है.
विदेशी हथियार तस्करी में शामिल रहा है कुंदन : हवेली खड़गपुर प्रखंड के मुढ़ेरी पंचायत निवासी कुंदन मंडल कुख्यात हथियार तस्कर है. वह इंडियन हथियार ही नहीं बल्कि विदेशी हथियारों का भी कारोबार करता है. वह कई बार हथियार तस्करी के आरोप में जेल जा चुका है. इस बार पंचायत चुनाव में वह मुढ़ेरी का मुखिया बन गया. लेकिन कुंदन मंडल का इतिहास हथियार कारोबार में काफी पुराना है. उसकी संपत्ति भी जप्त हो चुकी है.
बताया जाता है कि वर्ष 2012 में नयारामनगर थाना पुलिस ने एक कार से विदेशी हथियार ग्लॉक पिस्टल बरामद किया था. इसके बाद कुंदन मंडल का नाम सुर्खियों में आया. उस समय अनुसंधान में पता चला था कि आॅस्ट्रिया की रॉयल थाई पुलिस के एक अधिकारी से ग्लॉक पिस्टल चोरी कर मुंगेर लाया गया था. कुंदन मंडल उसे बेचने जा रहा था.
वर्ष 2013 में पुलिस ने उसे काफी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया था. इस मामले में ईडी ने 2012 में ही उसके 80 लाख की चल व अचल संपत्ति को भी जब्त किया था. इसमें उसका घर भी शामिल है. जब बेल पर बाहर निकला तो उसने फिर तस्करी शुरू कर दिया. जबकि सितंबर 2016 में किशनगंज में एसटीएफ ने तीन हथियार तस्करों को चेक गणराज्य निर्मित एक ऑटोमेटिक पिस्टल, दो मैग्जीन व छह जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया था.
इसमें मुंगेर का क्रांति शर्मा एवं भागलपुर के हबीबपुर निवासी बिट्टू कुमार व गया का दीपू कुमार शामिल था. इनकी निशानदेही पर ही मुंगेर पुलिस ने सितंबर 2016 में ही कुंदन मंडल को गिरफ्तार किया था.
तस्करों की निशानदेही पर कार्रवाई
कई बार हथियार तस्करी मामले में जेल की हवा खा चुके मुढ़ेरी पंचायत के मुखिया कुंदन मंडल गुरुवार को अपने कुछ साथियों के साथ भागलपुर जा रहे थे. इसमें गया जिले के भी एक-दो लोग थे. इसकी सूचना मिलते ही मुंगेर पुलिस ने रास्ते में ही नाथनगर चंपानाला पुल के पास स्थित बिहारीपुर बाइपास के पास से कुंदन मंडल सहित वाहन पर सवार सभी को हिरासत में लिया और मुख्यालय लेकर चली गयी. इससे गुप्त स्थान पर गहन पूछताछ की जा रही है.
पुलिस सूत्रों की माने तो एके-47 मामले में गिरफ्तार तस्करों की निशानदेही पर इन लोगों को हिरासत में लिया गया है. पुलिस को शक है कि आखिर गया के लोग मुंगेर में क्या कर रहे हैं. सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि सभी कुख्यात हथियार तस्कर कुंदन मंडल के साथ क्या कर रहे हैं. लेकिन सूत्रों की माने तो पूर्व में किशनगंज में चेक गणराज्य निर्मित पिस्टल के साथ गया का दीपू कुमार गिरफ्तार हुआ था.
एनआइए ने बरदह गांव में की छापेमारी
एके-47 की जांच कर रही एनआइए की टीम गुरुवार को मिर्जापुर बरदह गांव में छापेमारी की. लेकिन इस छापेमारी में एनआइए को क्या सफलता मिली इस संबंध में कोई कुछ बताने को तैयार नहीं है. बताया जाता है कि गुरुवार को एनआइए के डीएसपी एसके मालवीय के नेतृत्व में टीम मुफस्सिल थाना पहुंची. जहां से पुलिस को साथ लेकर एनआइए की टीम मिर्जापुर बरदह गांव पहुंची. जहां दो घंटों तक छापेमारी की. सूत्रों की माने तो इस छापेमारी में एनआइए को कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी है.
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