भागलपुर : पूर्व जिप सदस्य ने बेटे की मौत के लिए डाॅक्टरों को ठहराया जिम्मेदार
भागलपुर : ऑपरेशन के एक घंटे पहले तक मेरा बेटा बनवारी बात कर रहा था, अचानक डॉक्टर आये और कहा ऑपरेशन करना जरूरी है. मैंने कहा अपने अभिभावकों से सलाह कर बताते हैं, इसी बीच एक डॉक्टर सामने आये और कागज पर हस्ताक्षर लेकर चले गये. जब तक कुछ समझ पाता उससे पहले ही वे […]
भागलपुर : ऑपरेशन के एक घंटे पहले तक मेरा बेटा बनवारी बात कर रहा था, अचानक डॉक्टर आये और कहा ऑपरेशन करना जरूरी है. मैंने कहा अपने अभिभावकों से सलाह कर बताते हैं, इसी बीच एक डॉक्टर सामने आये और कागज पर हस्ताक्षर लेकर चले गये.
जब तक कुछ समझ पाता उससे पहले ही वे लोग बेटे को ओटी में लेकर चले गये. कुछ देर के बाद बनवारी को वापस लाया गया, उसके मुंह में ऑक्सीजन मास्क लगा था और मेरे बेटे की मौत हो चुकी थी. ये शब्द थे मधेपुरा चौसा गांव निवासी पूर्व जिला परिषद सदस्य मनोज राणा के.
उन्होंने अपने बेटे की मौत के लिए अस्पताल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया. शुक्रवार देर रात हुई मौत की घटना के बाद जन अधिकार युवा परिषद व युवा शक्ति के सदस्यों ने अस्पताल परिसर के बाहर धरना दिया. मामले की गंभीरता को देखते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल आंदोलनकारियों से वार्ता करने पहुंचे. बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.
मेरे बेटे की हत्या हुई है. बनवारी के पिता मनोज राणा ने आरोप लगाया कि मेरे बेटे की हत्या हुई है. इसकी पुलिस जांच हो और जो भी इसमें दोषी है उस पर कानूनी कार्रवाई किया जाये.
बोर्ड करे पोस्टमार्टम
छात्र की मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ युवा जाप के प्रदेश अध्यक्ष डॉ चक्रपाणी हिमांशु, जाप जिलाध्यक्ष डॉ अशोक आलोक, राजकुमार यादव, ओम प्रकाश यादव अस्पताल परिसर के अंदर धरना पर बैठ गये. इन्हाेंने इंसाफ की मांग की.