सुंदरवन होने लगा सुंदर, बीमार गरुड़ के लिए राहत का इंतजाम
संजीव, भागलपुर :डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भागलपुर आनेवाले हैं. वे इको-टूरिज्म के लिए 20 नवंबर को मोटरबोट का उद्घाटन करेंगे. इसे लेकर सुंदरवन की बदहाली दूर की जा रही है. सड़क निर्माण शुरू कर दिया गया है. विभिन्न बोर्ड को नये सिरे से पेंट किया जा रहा है. सुंदरवन की चहारदीवारी का रंगरोगन कर […]
संजीव, भागलपुर :डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी भागलपुर आनेवाले हैं. वे इको-टूरिज्म के लिए 20 नवंबर को मोटरबोट का उद्घाटन करेंगे. इसे लेकर सुंदरवन की बदहाली दूर की जा रही है. सड़क निर्माण शुरू कर दिया गया है. विभिन्न बोर्ड को नये सिरे से पेंट किया जा रहा है. सुंदरवन की चहारदीवारी का रंगरोगन कर चमका दिया गया है. दूसरी ओर सुंदरवन में स्थित गरुड़ रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर का मरम्मत कार्य, रंगरोगन व तालाब खुदाई का काम किया जा रहा है.
कई महीने से सूखे पड़े गरुड़ के तालाब की हो रही खुदाई
भागलपुर : सुंदरवन वन में बना गरुड़ बचाव और पुनर्वास केंद्र पिछले कई महीने से बदहाल था. इस केंद्र में वैसे गरुड़ को रखा जाता है, जो बीमार या घायल हो गये हैं. इसके तालाब पिछले कई महीने से सूखे पड़े हैं. तालाब में एक छोटा सा गड्ढा बना दिया गया है, जिसमें पानी व मछली डाल कर बीमार गरुड़ों के आहार का इंतजाम किया जाता है. गरुड़ को टब में पानी भर कर पीने के लिए दिया जाता है. वन एवं पर्यावरण विभाग खुद अपने ही परिसर में तालाब को बचा नहीं पा रहा.
हालांकि डिप्टी सीएम के आने की सूचना पर इस तालाब की खुदाई और इसकी बेहतर घेराबंदी की जा रही है. सेंटर के केयर टेकर मो अख्तर ने बताया कि सेंटर में फिलहाल 13 गरुड़ हैं. इनमें आठ गरुड़ स्वस्थ हो चुके हैं. इसके लिए आठ बॉक्स तैयार किये गये हैं, जिसमें गरुड़ को रखकर कदवा दियारा में छोड़ दिया जायेगा.
कंबोडिया, असम के बाद भागलपुर के कदवा में ही गरुड़ पाया जाता है. पूरे विश्व में 12 सौ गरुड़ हैं, जिसमें से चार सौ गरुड़ भागलपुुर के कदवा में हैं. सुंदरवन स्थित पुनर्वास केंद्र में गरुड़ के रहने के लिए सारी व्यवस्था की गयी है. सुंदरवन मेें इस केंद्र को मार्च में ही तैयार कर लिया गया था और इस केंद्र का उद्घाटन 10 जून को पर्यावरण एवं वन विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह ने किया था.