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फर्जी शिक्षकों की पहचान को कागजात की चल रही है जांच, 26 तक फोल्डर जमा न होने पर केस
भागलपुर : 26 नवंबर तक 2543 नियोजित शिक्षकों का फोल्डर नहीं देने वाली नियोजन इकाइयों पर केस दर्ज किया जायेगा. जिला शिक्षा कार्यालय में डीपीओ स्थापना जनार्दन प्रसाद विश्वास की अध्यक्षता में बीइओ के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिया गया. डीपीओ ने बताया कि निगरानी विभाग की ओर से फर्जी शिक्षकों की पहचान […]
भागलपुर : 26 नवंबर तक 2543 नियोजित शिक्षकों का फोल्डर नहीं देने वाली नियोजन इकाइयों पर केस दर्ज किया जायेगा. जिला शिक्षा कार्यालय में डीपीओ स्थापना जनार्दन प्रसाद विश्वास की अध्यक्षता में बीइओ के साथ हुई बैठक में यह निर्देश दिया गया. डीपीओ ने बताया कि निगरानी विभाग की ओर से फर्जी शिक्षकों की पहचान के लिए दो वर्षों से सभी नियोजित शिक्षकों के कागजात की जांच चल रही है.
दो वर्ष बीतने के बावजूद जिले में नियोजन इकाइयों द्वारा नियोजित किये गये 8186 शिक्षकों में से 2543 शिक्षकों का फोल्डर प्राप्त नहीं हुआ है. पटना मुख्यालय से स्पष्ट निर्देश है 26 नवंबर के बाद कार्रवाई शुरू की जाये. उन्होंने बताया कि इससे पहले एक हजार शिक्षकों का फोल्डर नहीं मिलने पर कई नियोजन इकाइयों पर केस दर्ज किया गया है. सभी बेल लेकर घूम रहे हैं. इन नियोजन इकाइयों से फोल्डर की वसूली की जिम्मेदारी बीइओ को दी गयी है.
103 शिक्षकों की सेवा होगी समाप्त
डीपीओ ने बताया कि जांच में धराये जिले के 103 नियोजित शिक्षकों पर केस दर्ज किया गया है. नियोजन इकाइयों से कहा गया है कि 26 नवंबर तक इनकी सेवा समाप्त कर रिपोर्ट भेजी जाये. अगर ऐसा नहीं हुआ तो इस मामले पर नियोजन इकाइयों पर गाज गिरेगी. उन्होंने बताया कि हाइकोर्ट ने आदेश दिया था कि जो फर्जी शिक्षक स्वत: इस्तीफा देंगे, उन पर कार्रवाई नहीं की जायेगी. अब तक जिले में 73 फर्जी शिक्षकों ने इस्तीफा दिया है. नियोजन इकाइयों से कहा गया है कि इस्तीफा देने वाले शिक्षकों के माफीनामा स्वीकृत कर उन्हें कागजात दिया जाये.
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