भागलपुर : लेट होने लगी ट्रेनें, ठंड में परेशान हो रहे यात्री

भागलपुर : अभी इतनी ठंड नहीं है, लेकिन ट्रेनें विलंब से चलने लगी है. कई ट्रेनें एक दिन विलंब से चलने लगी है. जब कोहरे का असर शुरू होगा, तो ट्रेनों के परिचालन का क्या असर हो यह तो समय ही बतायेगा. कोहरे से आज की ट्रेन कल, कल की परसों फिर उसे रद्द कर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2018 5:36 AM
भागलपुर : अभी इतनी ठंड नहीं है, लेकिन ट्रेनें विलंब से चलने लगी है. कई ट्रेनें एक दिन विलंब से चलने लगी है. जब कोहरे का असर शुरू होगा, तो ट्रेनों के परिचालन का क्या असर हो यह तो समय ही बतायेगा. कोहरे से आज की ट्रेन कल, कल की परसों फिर उसे रद्द कर दिया जायेगा. जैसा कि हर साल होता रहा है.
रेलवे के पास कोहरे से निबटने का कोई प्लान नहीं है. इस बार भी यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. ट्रेनों के विलंब परिचालन से यात्रियों की परेशानी शुरू हो गयी है. ट्रेनों के व्यवस्थित परिचालन और यात्रियों को होने वाली दिक्कतों से निबटने का कोई एक्शन प्लान तैयार नहीं किया गया है.
आखिरी दिसंबर से पूरा जनवरी मैदानी क्षेत्र कोहरे की चपेट में रहते हैं. इससे ट्रेनों का परिचालन और इसके रफ्तार दोनों प्रभावित होती है. रेल अधिकारी कोहरे से निबटने के लिए पुराने फारमूला अपनाने बात कह रहे हैं. इसके लिए स्टेशन में सभी इंतजाम मौजूद हैं.
ट्रेन प्रोटेक्शन वार्निंग सिस्टम व एंटी कोलिजन डिवाइस का ट्रायल, नहीं मिली सफलता
कोहरे से लड़ने के लिए आधुनिक तकनीक के नाम पर रेलवे ट्रेन प्रोटेक्शन वार्निंग सिस्टम और एंटी कोलिजन डिवाइस का ट्रायल अलग-अलग जोन में कर चुका है, लेकिन रेलवे को सफलता नहीं मिली है. बात चल रही है कि इंजन में बड़ा स्क्रीन लगाया जायेगा, ताकि ड्राइवर को इंजन से बाहर झांकने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
वह स्क्रीन पर ही सिग्नल देख लेगा, लेकिन यह सिस्टम अभी डेवलप नहीं हो सका है.पटाखा छोड़ने जैसे फार्मूले को अपनायेगा रेलवे : हर साल की तरह इस साल भी कोहरे से निबटने के लिए रेलवे पुराने तरीके को ही अपायेगा. ड्राइवर को सिग्नल दिखाने के लिए 300 मीटर पहले चूने की सफेद पट्टी डाली जायेगी. यह देख चालक समझ जाये कि सिग्नल आने वाला है. कोहरे काे साफ करने के लिए पटाखें ही छोड़े जायेंगे. यह तरीका अमूमन सभी स्टेशनों पर अपनाया जाता रहा है.
एक दिन देरी से रवाना हुई गरीब रथ, ठंड में ठिठुरते रहे यात्री
शनिवार को जहां आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें अपने निर्धारित समय से विलंब से चली. ट्रेनों क विलंब परिचालन रविवार को भी जारी रहा. कई यात्रियों को ठंड में स्टेशन पर ही रात बितानी पड़ी. यात्री ठिठुरते नजर आये. शनिवार को आनंद विहार जाने वाली गरीब रथ एक दिन और डेढ़ घंटे 25.30 घंटे देरी से रविवार दोपहर तीन बजे रवाना हुई.
आनंद विहार से भागलपुर आने वाली गरीब रथ एक दिन दो घंटे छह मिनट दोपहर 1.03 बजे भागलपुर पहुंची थी. विलंब से पहुंचने से यह ट्रेन शनिवार को निर्धारित समय दोपहर 1.30 बजे आनंद विहार के लिए नहीं जा सकी. रविवार को अप फरक्का रात में 12.50 में मालदा से ही खुली. जबकि, इससे घंटे भर पहले भागलपुर से गुजरने का समय रहता है.
मालदा से पांच घंटे से ज्यादा देरी से खुलने से यह ट्रेन सुबह पांच बजे के बाद भागलपुर होकर गुजरी और यात्रियों को स्टेशन पर ही रात बितानी पड़ी. डाउन में विक्रमशिला एक्सप्रेस ढाई घंटे देरी से दोपहर करीब साढ़े तीन बजे भागलपुर पहुंची थी. डाउन में तिनसुकिया एक्सप्रेस शाम 7.45 बजे भागलपुर पहुंचने का समय निर्धारित है, तो इस समय में वह पटना भी नहीं पहुंची थी. दादर एक्सप्रेस एक घंटे देरी से रवाना हुई थी.

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