भागलपुर : इंटक वेल के चारों ओर जमी गाद की मोटी परत, कभी भी बंद हो सकती है जलापूर्ति
भागलपुर : लगातार गंगा के घटते जलस्तर और उस पर से गाद की मोटी परत जमने से इंटक वेल के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. हालात ऐसे ही रहे तो आधे शहर को यहां से सप्लाई होने वाले पीने के पानी से मरहूम होना पड़ेगा. गंगा से पानी लाकर उसे वाटर वर्क्स के […]
भागलपुर : लगातार गंगा के घटते जलस्तर और उस पर से गाद की मोटी परत जमने से इंटक वेल के बंद होने का खतरा मंडराने लगा है. हालात ऐसे ही रहे तो आधे शहर को यहां से सप्लाई होने वाले पीने के पानी से मरहूम होना पड़ेगा. गंगा से पानी लाकर उसे वाटर वर्क्स के चारों पोखर में पानी भरने वाले ड्राय और वेट इंटक वेल की स्थिति भी बहुत ही खराब है.
ड्राय इंटक वेल के पाइप में गाद भर जाने से दीपावली के समय से उसके तीनों मोटर बंद पड़े हैं. इस गाद के बीच में एक पतली सी जगह है, जिससे इंटक वेल के पास किसी तरह पानी आ रहा है. लेकिन जलापूर्ति योजना को देख रही पैन इंडिया एजेंसी गाद को निकालने के ठोस उपाय नहीं रही है.
ड्राय इंटक वेल की पाइप से अभी तक गाद नहीं निकाला गया है. वहीं लंच घाट से पाइप से पानी इंटक वेल तक ले जाने को लेकर काम शुरू हो गया है. पानी कम होने की वजह से वाटर वर्क्स के चार में दो पाोखर में पानी भी बहुत कम है.
12 दिसंबर को समीक्षा के लिए भागलपुर आयेगी एशियन डेवलपमेंट की टीम
525 करोड़ की नयी जलापूर्ति योजना का काम शहर में चल रहा है. शहर में स्मार्ट सिटी के कार्यों की समीक्षा के लिए 12 दिसंबर को एशियन डेवलपमेंट की टीम भागलपुर आ रही है. वह जलापूर्ति योजना की पूरी जानकारी लेंगे. जलापूर्ति योजना के दूसरे फेज में बरारी पुल घाट पर बनने वाले नये इंटक वेल के स्थल का निरीक्षण भी करेंगे. टीम के आने को लेकर एजेंसी पूरी तैयारी में लगी हुई है.
गाद को निकाला जा रहा है और इंटक वेल तक पानी लाने का रास्ता बनाया गया है. लंच घाट में भी पाइप से इंटक वेल तक पानी लाने की योजना पर काम शुरू हो गया है. इस योजना पर तेजी से काम हो रहा है.
राजीव मिश्रा, बिजनेस हेड ,पैन इंडिया एजेंसी