भागलपुर : निगम को जरूरत 40 ट्रैक्टर की लेकिन चलता है काम सिर्फ 16 से, बेहाल-ए नगर निगम
ललित, भागलपुर : भागलपुर शहर में जगह-जगह कई-कई दिनों तक कूड़े का अंबार लगे होने की वजह संसाधन की कमी भी है. कूड़ा उठाव के लिए संयंत्रों के जो मानक हैं, उसमें आधे और आधे से भी कम संयंत्र उपलब्ध हैं. यह स्थिति तब है, जब नगर विकास एवं आवास विभाग ने मानक पूरा करने […]
ललित, भागलपुर : भागलपुर शहर में जगह-जगह कई-कई दिनों तक कूड़े का अंबार लगे होने की वजह संसाधन की कमी भी है. कूड़ा उठाव के लिए संयंत्रों के जो मानक हैं, उसमें आधे और आधे से भी कम संयंत्र उपलब्ध हैं. यह स्थिति तब है, जब नगर विकास एवं आवास विभाग ने मानक पूरा करने का निर्देश नगर निगम प्रशासन को दे दिया है. बावजूद इसके इस मामले में नगर निगम प्रशासन गंभीर नहीं हो रहा है.
निगम में सिर्फ ट्रैक्टर की उपलब्धता पर ही गौर करें, तो मानक के हिसाब से 40 ट्रैक्टर की जरूरत है और निगम के पास सिर्फ 16 ट्रैक्टर है और उसमें भी पांच छोटा ट्रैक्टर है. इसके कारण कई दिनों तक एक ही जगह कूड़ा पड़ा रहता है. नतीजा यह होता है कि शहर में जहां से ट्रैक्टर या कांपैक्टर मशीन गुजरती है, लोगों को नाक दबाकर चलना पड़ता है.
निर्देश के बाद भी मानक पूरा नहीं : नगर विकास एवं आवास विभाग के निदेशक भरत झा ने 29 जून को एक निर्देश जारी किया था. यह पत्र भागलपुर नगर निगम की फाइलों में है. निदेशक ने कहा है कि नगर निगम में तकनीकी और साफ-सफाई कार्यों में विभिन्न स्तर पर सेवा का अभाव हो रहा है और कठिनाई महसूस की जा रही है. इसके निराकरण के लिए नगर निगम स्तर पर आउटसोर्सिंग से सेवाएं बहाल की जाये. इसके लिए निदेशक ने वाहनों व उसके कर्मियों का भी एक मानक तैयार कर नगर निगम को भेजा था. लेकिन इसका अनुपालन भागलपुर नगर निगम में आज तक नहीं हो सका.
कर्मियों की उपलब्धता
भागलपुर नगर निगम में उपलब्ध ट्रैक्टर, कांपैक्टर, जेसीबी, ऑटो टीपर व फाॅगिंग मशीन की संख्या 85 है. मानक के अनुसार इन्हें चलाने के लिए 85 चालक व 140 सहायक की जरूरत है. लेकिन नगर निगम के पास सिर्फ 100 चालक ही है. सहायक के रूप में सिर्फ एक कर्मी है. खास बात यह कि न तो चालक और न ही सहायक स्थायी हैं.
कूड़ा फेंकने की जगह तैयार करने में हुई देरी उठाव में भी गंभीर नहीं
नगर निगम सिर्फ कूड़ा उठाव करने में ही हीलाहवाली नहीं कर रहा. कूड़ा फेंकने तक की जगह की तलाश करने में भी 10-12 साल लगा दिये. उसमें भी अभी यह अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता है कि कनकैथी में निर्धारित जगह पर कूड़ा कब तक फेंका जायेगा या फिर कोई और व्यवस्था होगी.