भागलपुर : सैंडिस में लगेगा मेला, विज्ञान केंद्र में सजाया जा रहा तालाब, सीएम करेंगे दौरा, प्रशासन मुस्तैद
भागलपुर : मुख्यमंत्री के भागलपुर में आगमन की तिथि निर्धारित नहीं हुई है. संभावना है कि वे 15 दिसंबर को आयेंगे. इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर तैयारी शुरू कर दी गयी है. सैंडिस कंपाउंड में प्रमंडलस्तरीय नियोजन सह अप्रेंटिसशिप मेला के 14, 15 व 16 दिसंबर को आयोजन की तैयारी की जा रही है. मेले […]
भागलपुर : मुख्यमंत्री के भागलपुर में आगमन की तिथि निर्धारित नहीं हुई है. संभावना है कि वे 15 दिसंबर को आयेंगे. इसे लेकर विभिन्न स्तरों पर तैयारी शुरू कर दी गयी है. सैंडिस कंपाउंड में प्रमंडलस्तरीय नियोजन सह अप्रेंटिसशिप मेला के 14, 15 व 16 दिसंबर को आयोजन की तैयारी की जा रही है.
मेले की तैयारी बिहार सरकार के श्रम संसाधन विभाग व भारत सरकार के राष्ट्रीय कौशल विकास निगम की ओर से किया जा रहा है. वहीं सबौर में कृषि विज्ञान केंद्र स्थित समेकित कृषि प्रणाली अंतर्गत तालाब व इसके चारों तरफ विभिन्न योजनाओं के समेकित मॉडल को सजाया-संवारा जा रहा है. समाहरणालय व अतिथि गृह का रंग-रोगन किया जा रहा है.
विज्ञान केंद्र के मॉडल परिसर में लाया गया लड़ाकू मुर्गा
बिहार कृषि विश्वविद्यालय परिसर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में समेकित कृषि प्रणाली कैंपस को सजाने-संवारने का काम शुरू कर दिया गया है. बाहर से मिट्टी लाकर सड़कों व तालाबों की मरम्मत की जा रही है. यह देश का इकलौता समेकित कृषि प्रणाली का मॉडल है, जिसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने अपनी वेबसाइट पर अपलोड किया है.
एक एकड़ में फैले इस कैंपस के बीच में तालाब है और इसके चारों तरफ चूजा उत्पादन, मछली व मछली अंडा उत्पादन, मशरूम उत्पादन, गौ, बकरी व मुर्गी पालन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन आदि का काम होता है. यहां 400 इलाहाबादी सफेदा अमरूद और दर्जनों केले के पेड़ लगे हैं. हाल ही में यहां असील नस्ल की मुर्गी व मुर्गा लाया गया है, जो लड़ाकू होते हैं.
इस नस्ल का चूजा उत्पादन कर इसके पालन को किसानों के बीच बढ़ावा देने की योजना है. कृषि विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ विनोद कुमार ने बताया कि यह एक ऐसा मॉडल है, जो तकरीबन 15 लाख रुपये में तैयार हो जाता है और सालाना इससे सात से साढ़े सात लाख तक की आमदनी की जा सकती है. उन्होंने बताया कि इस मॉडल को पूरे बिहार में लागू करने पर विचार चल रहा है. कृषि मंत्री भी इसकी सराहना कर चुके हैं.
- मुख्यमंत्री के आगमन की चल रही है तैयारी, भागलपुर आने की तिथि तय नहीं
- जिलाधिकारी ने हवाई अड्डा की तैयारी पूरी करने का दिया निर्देश
भागलपुर. जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री की संभावित भागलपुर यात्रा को ध्यान में रखते हुए हवाई अड्डा की आवश्यक तैयारियां पूरी करके रखें. इसके लिए एसएसपी, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन, एसडीओ, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता व अग्निशमन पदाधिकारी को अपने-अपने स्तर से तैयारी करने को कहा गया है.
जिलाधिकारी ने हवाई अड्डा की तैयारी पूरी करने का दिया निर्देश
भागलपुर. जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री की संभावित भागलपुर यात्रा को ध्यान में रखते हुए हवाई अड्डा की आवश्यक तैयारियां पूरी करके रखें. इसके लिए एसएसपी, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन, एसडीओ, भवन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता व अग्निशमन पदाधिकारी को अपने-अपने स्तर से तैयारी करने को कहा गया है.
मुख्यमंत्री के दौरे को लेकर अस्पताल प्रबंधन तैयार
भागलपुर. 15 दिसंबर को सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भागलपुर आने वाले है. इसको लेकर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ने अपनी तैयारी आरंभ कर दी है. अस्पताल अधीक्षक डॉ आरसी मंडल ने बताया कि आइसीयू में चार बेड वाले एक कमरे में सीएम की सुरक्षा के लिए रिजर्व रखा गया है. यात्रा के दौरान एक एक असिस्टेंट प्रोफेसर मेडिसिन व सर्जन को भी तैनात किया गया है.
ब्लड बैंक की टीम को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है. इस टीम में खून के साथ एक चिकित्सक रहेंगे जो सीएम के काफिले के साथ चलेंगे. दो यूनिट खून भी रिजर्व रखा गया है. दूसरी ओर बताया जा रहा है कि सीएम के साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी आ सकते हैं. इस वजह से किसी भी तरह की कोताही अस्पताल प्रबंधन बरतने को तैयार नहीं है.
अप्रशिक्षित युवाओं को भी नियोजन मेला में अवसर
नियोजन पदाधिकारी कौशल कुमार मधुकर ने बताया कि अब तक हुए नियोजन मेले में प्रशिक्षित युवाओं को ही अच्छी नौकरी मिल पाती थी. लेकिन इस बार सैंडिस कंपाउंड में आयोजित नियोजन मेला में वैसे युवाओं को भी अवसर मिलेगा, जो अप्रशिक्षित हैं. ऐसे युवाओं का भी चयन किया जायेगा और उन्हें प्रशिक्षित कर नौकरी दी जायेगी.
मेले में 50 स्टॉल रहेंगे. अभी तक 50 हजार एसएमएस भेजकर युवाओं को मेले की जानकारी दी जा चुकी है. मेले में आने से पहले युवाओं को www.ncs.gov.in पर अपना रजिस्ट्रेशन कराना होगा. वैसे मेले में भी रजिस्ट्रेशन कराने की सुविधा रहेगी, लेकिन यहां भीड़ से बचने के लिए पहले रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है.
इसके बाद मेले में शैक्षणिक योग्यता का सर्टिफिकेट व एक फोटो लेकर आना है. अभी तक 12 कंपनियों का आना सुनिश्चित हो चुका है. मेले में सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी देने के लिए भी स्टॉल लगाये जायेंगे.