भागलपुर : शहर में ट्रकों के महाजाम का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार की सुबह 4 बजे से शाम चार बजे तक 12 घंटे शहर में ट्रकों की कतार लगी रही. उल्टापुल, पटलबाबू रोड, कचहरी चौक, मनाली चौक, तिलकामांझी, जेल रोड, जीरोमाइल व विक्रमशिला सेतु तक सड़क पर एक आेर ट्रक दिनभर खड़े रहे.
जाम का सिलसिला विक्रमशिला सेतु के बाद जाह्नवी चौक, नवगछिया व कुरसेला पुल तक लगा रहा. वहीं शहर के उल्टापुल से पहले ट्रक जगदीशपुर, रजौन, बौंसी तक फंसे रहे. यही हाल कजरैली, अमरपुर रोड का रहा. एक समय कुरसेला से लेकर बौंसी तक ट्रक 90 किलोमीटर की दूरी तक खड़े रहे.
बता दें कि जरूरी काम को लेकर हजारों लोगों ने नवगछिया व भागलपुर के बीच विक्रमशिला सेतु को पैदल पार किया.कटिहार से आ रहे मो शाहीन ने बताया कि वह सुबह 8 बजे घर से निकले हैं. एक बजने को है, लेकिन अबतक भागलपुर जीरोमाइल ही पहुंच पाये हैं. पुल पर बड़ी संख्या में मरीज भी फंसे रहे.
एंबुलेंस व ऑटो पर इनके परिजन काफी परेशान दिखे. इन्हें निकालने में पुलिस भी विफल दिखी. वहीं कई बसों में बैठे पैसेंजर बस खुलने के इंतजार में भूख प्यास से परेशान रहे.
मुख्य सड़क पर जाम, गली के रास्ते आवाजाही : शहर की अधिकांश मुख्य सड़कों पर दिनभर भीषण जाम लगा रहा. सड़कों पर आगे नहीं बढ़ पा रहे वाहनों ने गलियों का रुख किया. देखादेखी अन्य वाहन भी संकरी गलियों में घुस गये. नतीजतन यहां भी जाम लग गया. स्थिति यह थी कि कई लोग साइड से पैदल निकलने के चक्कर में नाले व कूड़े के बीच में फंस गये.
शहर में पैदल चलने की भी नहीं बची जगह
विक्रमशिला सेतु समेत शहर में ट्रकों की कतार से आधे सड़क पर ऑटो, इ रिक्शा, बाइक, कार, स्कूल बस व अन्य वाहनें धीरे धीरे रेंगती रहीं. स्कूल बस दोपहर 12 बजे तक बच्चों को लेकर पहुंची. वहीं छुट्टी के बाद चार बजे तक शहर की सड़कों पर स्कूल वैन को भागते देखा गया. जाम इतना भयावह था कि पैदल चलने के लिए जगह नहीं बची.
तिलकामांझी चौक का रेड लाइट सिस्टम फेल हो गया. कई बार ग्रीन सिग्नल के बावजूद ट्रैफिक पुलिस वाहनों को निकलने नहीं दे रही थी. पुलिस ने बताया कि मनाली चौक की ओर से आ रहे ट्रकों को जीरोमाइल चौक की ओर निकाला जा रहा है.