जाम, बढ़ती आबादी और वाहन फिर भी ट्रैफिक डीएसपी नहीं
ट्रैफिक समस्या और ट्रैफिक डीएसपी पद के सृजन पर जनप्रतिनिधियों का नहीं है ध्यान भागलपुर : सोमवार को गृह विभाग द्वारा पूरे राज्य में 181 पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पदों पर निर्णय लेकर पदस्थापन किया गया. पर भागलपुर जैसे व्यस्ततम और बड़े राजस्व वाले जिला के लिए डीएसपी का पद नहीं दिया गया. इसे गृह […]
ट्रैफिक समस्या और ट्रैफिक डीएसपी पद के सृजन पर जनप्रतिनिधियों का नहीं है ध्यान
भागलपुर : सोमवार को गृह विभाग द्वारा पूरे राज्य में 181 पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) के पदों पर निर्णय लेकर पदस्थापन किया गया. पर भागलपुर जैसे व्यस्ततम और बड़े राजस्व वाले जिला के लिए डीएसपी का पद नहीं दिया गया. इसे गृह विभाग की अनदेखी कहिए या ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर जिला के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता. पिछले कुछ वर्षों में भागलपुर के अधिकारियों ने ट्रैफिक डीएसपी का पोस्ट सृजित किये जाने के लिए सचिवालय और मुख्यालय स्तर पर कई बार पत्राचार किया. पर सोमवार को हुई पुलिस उपाधीक्षकों की पोस्टिंग में इसे नजरअंदाज कर दिया गया.
बता दें कि कुछ दिन पहले ही बिहार राज्य में पदस्थापित 100 से भी अधिक पुलिस निरीक्षक(इंस्पेक्टर) को पुलिस उपाधीक्षक पद पर प्रोन्नत किया गया था. माना जा रहा था कि पुलिस उपाधीक्षकों की कमी दूर होने के बाद भागलपुर पुलिस जिला को ट्रैफिक डीएसपी और डीएसपी मुख्यालय 2 के खाली पद पर पोस्टिंग की जायेगी. डीएसपी मुख्यालय 2 पद पर तो पोस्टिंग हुई पर एक बार फिर ट्रैफिक डीएसपी के पद पर न तो पोस्टिंग हुई और न ही पद का सृजन किया गया. ऐसे में हर रोज ट्रैफिक समस्या और अव्यवस्था से जूझ रहे भागलपुर शहर के लोग ठगा महसूस कर रहे हैं.