भागलपुर : टीएमबीयू में शिक्षकों की प्रोन्नति की होगी जांच
भागलपुर : टीएमबीयू में 50 से अधिक शिक्षकों की प्रोन्नति में गड़बड़ी को लेकर जांच शुरू कर दी गयी है. मामले में रजिस्ट्रार कर्नल अरुण कुमार सिंह ने सामान्य शाखा से उन शिक्षकों का प्रोन्नति से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा है. इसे लेकर बुधवार को शाखा में दस्तावेज की खोजबीन शुरू कर […]
भागलपुर : टीएमबीयू में 50 से अधिक शिक्षकों की प्रोन्नति में गड़बड़ी को लेकर जांच शुरू कर दी गयी है. मामले में रजिस्ट्रार कर्नल अरुण कुमार सिंह ने सामान्य शाखा से उन शिक्षकों का प्रोन्नति से जुड़े दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कहा है. इसे लेकर बुधवार को शाखा में दस्तावेज की खोजबीन शुरू कर दी गयी है. बताया जा रहा है कि पूर्व कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे के कार्यकाल में उन शिक्षकों को प्रोन्नति दी गयी थी.
सूत्रों के अनुसार प्रोन्नति के लिए शिक्षकों की आेर से दिये गये आवेदन व दावे के समर्थन में दिये गये प्रपत्रों की प्राथमिक स्तर पर रजिस्ट्रार जांच करेंगे. प्रमोशन की प्रक्रिया की पूर्ण रूप से जांच करायी जायेगी. इसे लेकर राजभवन को भी सूचना भेजी जायेगी. विवि के एक अधिकारी ने बताया कि पूर्व कुलपति प्रो दुबे के कार्यकाल में 86 शिक्षकों को रीडर या एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर में प्रोन्नति दी गयी थी.
प्रोन्नति में गड़बड़ी का मामला उस समय प्रकाश में आया, जब प्रवीण नामक व्यक्ति ने विवि से शिक्षकों को मिले प्रोन्नति की आरटीआइ के माध्यम से जानकारी मांगी थी. प्रोन्नति के दस्तावेज में 50 से अधिक शिक्षकों के प्रोन्नति में नियमों का घाेर उल्लंघन की बात कही जा रही है. सूत्रों के अनुसार आठ ऐसे शिक्षक हैं. लेकिन उनका कोई दस्तावेज विवि के रिकार्ड में नहीं मिल रहा है. विवि सूत्रों के अनुसार प्रोन्नति मिले शिक्षकों में वर्तमान में पीजी हेड व कॉलेज में प्रोफेसर इंचार्ज के पद पर कार्यरत हैं.
विवि ने गजट का किया उल्लंघन : विवि ने गजट में दी गयी व्यवस्था का उल्लंघन किया है. सबौर कॉलेज के शिक्षक डॉ दमन चंद मिश्र ने कोर्ट से वरीयता काे लेकर केस जीता था. इस आधार पर विवि कोर्ट के दिये आदेश का अनुपालन करता है तो ऐसे में कई शिक्षकाें की प्रोन्नति से डिमोशन हो जायेगा. गजट में 2011 में ही यह व्यवस्था दी गयी है.