आतंकियों के स्लीपर सेल हो सकते हैं सक्रिय, विशेष शाखा ने जारी किया बिहार में अलर्ट

अंकित आनंद भागलपुर : भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति और भारतीय वायु सेना द्वारा आतंकियों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई को लेकर बिहार राज्य की पुलिस को भी अलर्ट किया गया है. राज्य की विशेष शाखा द्वारा आतंकियों के अनकंवेंशनल वारफेयर (अपरंपरागत युद्ध नीति) अपनाये जाने की संभावना जाहिर की है. इसको लेकर राज्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2019 10:37 AM

अंकित आनंद

भागलपुर : भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति और भारतीय वायु सेना द्वारा आतंकियों के विरुद्ध की गयी कार्रवाई को लेकर बिहार राज्य की पुलिस को भी अलर्ट किया गया है. राज्य की विशेष शाखा द्वारा आतंकियों के अनकंवेंशनल वारफेयर (अपरंपरागत युद्ध नीति) अपनाये जाने की संभावना जाहिर की है. इसको लेकर राज्य भर में अलर्ट जारी किया गया है. अलर्ट जारी होते ही भागलपुर एसएसपी के निर्देश पर पुलिस द्वारा शुक्रवार देर रात तक शहरी और शहरी क्षेत्र से बाहर विभिन्न चौक चौराहों पर बड़े-छोटे वाहनों की सघन चेकिंग की गयी. विशेष शाखा द्वारा आशंका जतायी गयी है कि राज्य में भी आतंकी संगठनों (जैश ए मोहम्मद और इंडियन मुजाहिद्दीन) के स्लीपर सेल्स सक्रिय हो सकते हैं. इसके द्वारा राज्य के विभिन्न संवेदनशील जिलाें और क्षेत्रों में हिंसा फैलायी जा सकती है.
साथ ही राज्य के किसी भी हिस्से में बम विस्फोट कर जान-माल का नुकसान पहुंचाया जा सकता है. विशेष शाखा ने आतंकियों के स्लीपर सेल्स द्वारा लोन वुल्फ अटैक किये जाने की संभावना भी जतायी है. विशेष शाखा के पुलिस अधीक्षक ने वर्तमान स्थिति और संभावनाओं को देखते हुए भीड़-भाड़ वाले स्थलों, धार्मिक स्थलों, आरएसएस के कार्यालय, रेलवे स्टेशन, रेल कोच, रेलवे पटरी, बस स्टैंड, मॉल, वीआइपी/गणमान्य व्यक्तियों, राजनीतिक सभाओं, संवेदनशील संस्थानों, पुलिस थानों, प्रशासनिक भवनों पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से निगरानी और सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है.
अंतरराष्ट्रीय और राज्य की सीमाओं पर रखें निगरानी: बिहार राज्य के उन जिलों को भी अलर्ट किया गया है जोकि भारत-नेपाल बॉर्डर पर स्थित हैं. इसके अलावा बांग्लादेश के पास के राज्य के सीमावर्ती इलाकों पर निगरानी रखने और सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है. उक्त इलाकों में पुलिसिया गश्त बढ़ाने के साथ बल में भी बढ़ोतरी करने का निर्देश दिया गया है. सीमावर्ती इलाकों में आइएसआइ की सक्रियता है. वहीं भारत-नेपाल सीमा पर सीमाएं खुली हुई है. आतंकियों द्वारा खुले हुए रास्तों का प्रयोग कर विध्वंसक सामग्री राज्य में लाये जाने की भी संभावना विशेष शाखा ने जतायी है.

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