यहां शौचालय में हाथ धोना भी है मुश्किल
भागलपुर : जिले ही नहीं आसपास के मरीजों का सहारा लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल का हाल इन दिनों बेहाल होता जा रहा है. यहां मरीज ही नहीं नर्स व अन्य कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कहीं यूरिनल नहीं है, कहीं है भी तो वह उपयोग के लायक नहीं है. शौचालय […]
भागलपुर : जिले ही नहीं आसपास के मरीजों का सहारा लोकनायक जयप्रकाश नारायण सदर अस्पताल का हाल इन दिनों बेहाल होता जा रहा है. यहां मरीज ही नहीं नर्स व अन्य कर्मचारियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कहीं यूरिनल नहीं है, कहीं है भी तो वह उपयोग के लायक नहीं है.
शौचालय की हालत थोड़ी ठीक है, तो हाथ धोने का बेसिन ही खराब है. इतना ही नहीं शौचालय का यहां दरवाजा तक उखड़ने लगा है. सबसे बड़ी बात है कि सदर अस्पताल के प्रवेशद्वार की बाउंड्री वाहनों के धक्के से टूटे एक माह बीतने को है, फिर भी दीवार देकर सदर अस्पताल को सुरक्षित करने की कवायद नहीं की गयी. ऐसे में यहां पर कुछ भी सुरक्षित नहीं है.
जांच घर के शौचालय में पानी की है किल्लत: यहां जांचघर के शौचालय का दरवाजा टूटता जा रहा है. इसमें महिला, तो क्या पुरुष को भी जाने में शर्मिंदगी महसूस करते हैं. यहीं पर पेशाब का सैंपल लेते हैं. लेकिन यूरिनल की सारी चीजें टूट गयी हैं.
ओपीडी के शौचालय की हालत भी खास्ता : सदर अस्पताल के ओपीडी में हर दिन 200 से अधिक मरीज अलग-अलग रोग का इलाज कराने आते हैं.
यहां पर्याप्त शौचालय नहीं है. पुरुष मरीज व उनके परिजनों को अस्पताल की दीवार व झाड़ियों की ओर जाना पड़ता है. महिलाओं का विशेष शौचालय खुला है, लेकिन सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है. गंदे शौचालय में जाकर अन्य संक्रमण का डर बना रहता है. यहां बीमारी ठीक करने की बजाय बीमारी लेकर जा रहे हैं.
इमरजेंसी का हाल ठीक नहीं : सदर अस्पताल के इमरजेंसी अन्य वार्डों से ठीक है, लेकिन कम कमरे होने व मरीजों की संख्या अधिक होने से अव्यवस्थित है. यहां नर्स व कर्मचारी के लिए कोई शौचालय नहीं है. इसी को नर्स भी इस्तेमाल करती हैं. यहां कार्यरत कर्मचारी बताते हैं कि स्थिति बहुत खराब है.