profilePicture

दो वीसी बदले, मारवाड़ी कॉलेज में नहीं हो सका भवन का निर्माण

भागलपुर : पिछले दो साल में टीएमबीयू के दो कुलपति बदल गये. लेकिन मारवाड़ी कॉलेज में वोकेशनल भवन कार्य शुरू नहीं हो सका. पिछले तीन साल से भवन निर्माण कार्य से जुड़ी फाइल कॉलेज से विवि व विवि से कॉलेज के टेबल का दौड़ लगा रही है.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 25, 2019 6:08 AM

भागलपुर : पिछले दो साल में टीएमबीयू के दो कुलपति बदल गये. लेकिन मारवाड़ी कॉलेज में वोकेशनल भवन कार्य शुरू नहीं हो सका. पिछले तीन साल से भवन निर्माण कार्य से जुड़ी फाइल कॉलेज से विवि व विवि से कॉलेज के टेबल का दौड़ लगा रही है.

दो साल पूर्व में भवन निर्माण को लेकर ठेकेदार ने पीलर के लिए गड्डा खोदवा दिये. गड्डा आज यथावत है. लेकिन ठेकेदार फरार है. दो करोड़ की लागत से भवन का निर्माण कराया जाना है.
कॉलेज के लोगों ने बताया कि कॉलेज की पूर्व प्राचार्या रही डॉ निशा राय के कार्यकाल में विवि के पूर्व कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने इसका शिलान्यास किया था. मामले को लेकर पूर्व प्राचार्य डॉ गुरुदेव पोद्दार ने विवि इंजीनियर शाखा को पत्र लिख कर शीघ्र काम शुरू कराने के लिए कहा था. ठेकेदार द्वारा काम शुरू नहीं करने पर ब्लैक लिस्टेड करने के लिए विवि प्रशासन से कहा था.
वोकेशनल भवन में होने हैं कई व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई: कॉलेज में वोकेशनल कोर्स के अंतर्गत बीसीए व बीबीए आदि कोर्स की पढ़ाई होनी है. छात्रों की संख्या अधिक होने के कारण कक्षा के लिए जगह का अभाव है. पूर्व प्राचार्या डॉ निशा राय ने वोकेशनल भवन निर्माण कराने के लिए प्रस्ताव तैयार कराया था.
परीक्षा के कारण कक्षा करनी पड़ती है स्थागित : कॉलेज सूत्रों के अनुसार परीक्षा होने के कारण व्यावसायिक कोर्स का कक्षा स्थगित करना पड़ता है. ताकि क्लास खाली रहने पर परीक्षार्थियों का सीट बनाया जा सकें.
वोकेशनल भवन तैयार होने के बाद कक्षा स्थगित करने की नौबत नहीं आयेगी. कॉलेज प्रशासन भवन निर्माण के लिए दो करोड़ रुपये खर्च करेगा. विवि को सिर्फ भवन निर्माण कार्य करना है.
एक साल से 20-20 फीट का गड्डा कर छोड़ दिया गया: कॉलेज के लोगों ने बताया कि पिछले दो साल से भवन निर्माण कार्य के लिए चिह्नित जमीन पर 20-20 फीट के 50 से अधिक गड्डा खोद कर ठेकेदार फरार है. ईट इधर-उधर बिखरा पड़ा है. छड़ में जंग लग रहा है.

Next Article

Exit mobile version