एकतरफा प्यार में दसवीं के छात्र ने फंदे से लटक कर दी जान
गुड़हट्टा चौक के पास सिकंदरपुर मोहल्ले की घटना इंडियन पब्लिक स्कूल का छात्र था रोशन भागलपुर : मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के गुड़हट्टा चौक के पास सिकंदरपुर मोहल्ले में राम जानकी ठाकुरबाड़ी के सामने इंद्रदेव शर्मा के 15 वर्षीय बेटे रोशन शर्मा ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली. रोशन सिकंदरपुर में ही इंडियन पब्लिक […]
गुड़हट्टा चौक के पास सिकंदरपुर मोहल्ले की घटना
इंडियन पब्लिक स्कूल का छात्र था रोशन
भागलपुर : मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के गुड़हट्टा चौक के पास सिकंदरपुर मोहल्ले में राम जानकी ठाकुरबाड़ी के सामने इंद्रदेव शर्मा के 15 वर्षीय बेटे रोशन शर्मा ने फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली. रोशन सिकंदरपुर में ही इंडियन पब्लिक स्कूल के दसवीं का छात्र था. उसने इसी साल दसवीं की परीक्षा दी थी. रोशन पिछले दो दिनों से डिप्रेशन में था और उसने एकतरफा प्यार में अपनी जान दे दी. घटना की जानकारी पाकर पहुंची मोजाहिदपुर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे रोशन के परिजनों ने बताया कि उसके पिता इंद्रदेव शर्मा शाह मार्केट में कबाड़ी की दुकान चलाते हैं. वहीं उसका भाई तन्मय शर्मा सीसीटीवी इंस्टॉलेशन का काम करता है. सुबह के वक्त जब रोशन के पिता इंद्रदेव शर्मा और मां रेखा देवी टहलने जाने लगे तो रोशन का कमरा भीतर से बंद पाया.
काफी देर तक आवाज देने और दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब रोशन ने दरवाजा नहीं खोला, तो उन्होंने कमरे की खिड़की से झांकने पर देखा कि रोशन कमरे के भीतर पंखे में सीसीटीवी में लगाने वाले तार के फंदे से लटका हुआ है. इसके बाद उन्होंने फौरन इस बात की जानकारी मोजाहिदपुर पुलिस को दी.
मोजाहिदपुर थानाध्यक्ष दलबल के साथ घर पहुंचे जहां उन्होंने दरवाजे को तोड़कर रोशन के शव को फंदे से उतारा. इधर घर में मौजूद मां रेखा देवी व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. रोशन की मां ने बताया कि दो दिन पूर्व ही रोशन ने अपना मोबाइल तोड़ दिया था. इसके बाद से उसने खाना-पीना छोड़ दिया और दिनभर उदास होकर कमरे में ही रहता था.
पूछे जाने पर उसने एक लड़की से प्रेम करने की बात कही थी. कुछ लोगों का कहना था कि रोशन सिकंदरपुर में ही किराये के मकान में अपने परिवार के साथ रहने वाली एक लड़की से एकतरफा प्यार करता था. लोगों ने बताया कि रोशन की मौत की खबर मिलने पर उक्त लड़की भी अपने परिवार के साथ किराये के कमरे को छोड़कर कहीं चली गयी.