भागलपुर : सांप व मगरमच्छों से भी पहले दुनिया में आये प्राचीनतम सरिसृपों में शामिल कछुआ के लिए भागलपुर में अस्पताल बनना शुरू हो गया है. इसे कछुआ रेस्क्यू व रीहेबिलिटेशन सेंटर नाम दिया गया है. बरारी रोड स्थित सुंदरवन में इसका निर्माण गरुड़ रेस्क्यू सेंटर की तर्ज पर भारत सरकार व बिहार सरकार की ओर से किया जा रहा है.
यह बिहार का पहला व इकलौता सेंटर होगा. भारत सरकार की तरफ से भारतीय वन्य जीव संस्थान, देहरादून के विशेषज्ञ सेंटर का डिजाइन तैयार करने के बाद निर्माण कार्य की तकनीक पर नजर रख रहे हैं, जबकि बिहार सरकार की ओर से वन विभाग निर्माण करा रहा है.
450 वर्ग मीटर में हो रहा निर्माण कार्य
सुंदरवन में कछुआ रेस्क्यू व रीहेबिलिटेशन सेंटर का निर्माण 30 मीटर लंबे व 15 मीटर चौड़े आकार के गहरे भूखंड पर हो रहा है. यहां हर समय पानी की व्यवस्था रहेगी और चिकित्सक व कर्मचारी उपलब्ध कराये जायेंगे.