पत्नी की मौत से लगा सदमा पति ने भी तोड़ दिया दम
प्रदीप विद्रोही, कहलगांव : अग्नि के सात फेरे लेते समय विवाह बंधन में बंधने वाले सात जनम तक साथ जीने मरने की कसम खाते हैं. कहलगांव प्रखंड के एकचारी गांव के एक वृद्ध दंपती इस परम सत्य का हिस्सा बन गया. अंचला देवी (75 वर्ष) की शनिवार की शाम को बीमारी से मौत हो गयी. […]
प्रदीप विद्रोही, कहलगांव : अग्नि के सात फेरे लेते समय विवाह बंधन में बंधने वाले सात जनम तक साथ जीने मरने की कसम खाते हैं. कहलगांव प्रखंड के एकचारी गांव के एक वृद्ध दंपती इस परम सत्य का हिस्सा बन गया.
अंचला देवी (75 वर्ष) की शनिवार की शाम को बीमारी से मौत हो गयी. पत्नी का वियोग नहीं सह नहीं पाने के कारण रामस्वरूप दास (82 वर्ष) ने भी कुछ ही देर में दम तोड़ दिया. घर वालों ने बताया कि दोनों का विवाह वर्ष 1962 में हुआ था. दोनों में प्रगाढ़ प्रेम था. पत्नी अंचला देवी नि:शक्त थीं. कुछ दिनों से वह बीमार थीं.
उनका भागलपुर स्थित मायागंज अस्पताल में इलाज कराने के बाद शुक्रवार को घर लाया गया था. लेकिन शनिवार की देर शाम करीब सात बजे अंचला देवी की मौत हो गयी. बताया जाता है कि रामस्वरूप दास पूरी तरह स्वस्थ थे, लेकिन पत्नी की मौत का गम वह सहन नहीं कर सके और दो घंटे में ही सदमे से उनकी भी सांस रुक गयी.
शोक संवेदना
एकचारी पंचायत की पूर्व मुखिया ब्यूटी पटेल, पूर्व मुखिया उमेश मंडल, भोलसर के पंसस प्रतिनिधि संजय सिंह, समाजसेवी शिवदानी पटेल सहित दर्जनों लोगों ने उनके घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की.