42 डिग्री, झुलसाती गरमी में जाम में फंसे लोग
भागलपुर : जेठ की गर्मी और जाम का झाम अगर किसी को एक साथ सहना पड़े उसके लिए इस परिस्थिति से ज्यादा पीड़ादायी शाम ही कुछ और होगा. सोमवार सुबह जब शहरवासी अपने अपने काम को जाने के लिए जब सड़क पर उतरे तो वह विभिन्न चौक चौराहों पर जाम में फंसने को विवश हो […]
भागलपुर : जेठ की गर्मी और जाम का झाम अगर किसी को एक साथ सहना पड़े उसके लिए इस परिस्थिति से ज्यादा पीड़ादायी शाम ही कुछ और होगा. सोमवार सुबह जब शहरवासी अपने अपने काम को जाने के लिए जब सड़क पर उतरे तो वह विभिन्न चौक चौराहों पर जाम में फंसने को विवश हो गये. उपर से जेठ महीने में पारा 42 डिग्री को पार हो चला था. जिन लोगों की गाड़ियों में एसी का सहारा था उन्हें कुछ राहत मिली. पर बाइक चालक, रिक्शा और टेंपो सवार यात्री और चालक सबसे ज्यादा मजबूर दिखे.
रविवार की छुट्टी के बाद सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे ही तिलकामांझी चौक के चारों दिशा में जाने वाली सड़कों पर करीब आधे किलोमीटर दूर तक वाहनों की कतार दिखी. तो कचहरी चौक पर भी नजारा कुछ ऐसा ही था. इसके अलावा खलीफाबाग चौक, स्टेशन चौक और गुड़हट्टा चौक पर आेवरटेक और गलत तरीके से हुई पार्किंग जाम का कारण बनी.
इस दौरान किसी चीज की कमी पायी गयी तो वह थी पुलिस की पर्याप्त संख्या और ट्रैफिक प्रबंधन की. जाम छुड़ाने को न तो किसी थाना की पुलिस आयी और न ही इसकी मॉनिटरिंग के लिए कोई अधिकारी दिखा. ऐसे में सुबह से लेकर दोपहर तक शहर के प्रमुख चौक चौराहों और सड़कों पर गाड़ियां रेंगती दिखी.
दोपहर करीब दो बजे के बाद शहरवासियों को जाम से राहत मिली थी. तीन घंटे बाद शाम पांच बजे धूप की गर्माहट कम होते ही जैसे ही शहरवासी दोबारा सड़कों पर उतरे तो जगह जगह जाम लग गया. लोग घंटों जाम में फंसे रहे. जाम के दौरान आइसक्रीम, कुल्फी, कोल्ड ड्रिंक और पानी बेचने वालों की चांदी रही. माना जा रहा है कि जिला बल के जवानों के चुनावी ड्यूटी से नहीं लौटने की वजह से शहर में पुलिस बलों की संख्या काफी कम हो गयी. वहीं होमगार्ड जवानों में ट्रैफिक संचालन को लेकर प्रशिक्षण में कमी भी देखने को मिली.