भागलपुर: जिलाधिकारी बी कार्तिकेय का तबादला साढ़े पांच माह में ही हो गया. 25 जनवरी 2014 को भागलपुर में पदभार ग्रहण करने वाले श्री कार्तिकेय का स्थानांतरण बुधवार को नालंदा जिला के लिए हो गया है.
महज साढ़े पांच के कार्यकाल के बाद स्थानांतरण होने को लेकर प्रशासनिक महकमे में तरह-तरह की चर्चाएं भी हो रही हैं. उनके ही कार्यकाल में बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने बासा की बैठक में उनके खिलाफ प्रस्ताव भी दिये थे.
ऐसा जिला में पहली बार हुआ था. हालांकि धीरे-धीरे प्रशासनिक पदाधिकारियों के बीच स्थिति कुछ हद तक सामान्य हुई, लेकिन इस स्थानांतरण को इससे भी जोड़ कर देखा जा रहा है. दूसरी ओर, विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला की शुरुआत होने के तत्काल बाद तबादला होने को लेकर भी कई तरह कयास लगाये जा रहे हैं. चर्चा है कि मेला में कुव्यवस्था की शिकायत कई जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से की थी. मेला को शुरू हुए महज चार दिन हुआ है लेकिन वहां भारी कुव्यवस्था है. यह पहला मौका है जब श्रवणी मेला के बीच में जिलाधिकारी का तबादला हुआ. हाल के वर्षो में इनसे छोटा कार्यकाल जिलाधिकारी वंदना प्रेयसी का रहा था.