प्रमंडलीय आयुक्त ने पौधरोपण को लेकर की भागलपुर व बांका के पदाधिकारियों के साथ बैठक, दिये निर्देश
डीएफओ को निर्देश दिया गया कि मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों में पौधरोपण कराएं
भागलपुर : भागलपुर की प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने पौधरोपण को लेकर भागलपुर व बांका जिले के अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा बैठक की. आयुक्त ने निर्देश दिया कि खेत से खलिहान तक और स्कूल से विश्वविद्यालय तक हर जगह पौधरोपण करें. किसानों को पौधरोपण के लिए प्रेरित करें. मजबूत पौधे लगाएं और ऐसे पौधों का चयन हो, जो मजबूत हो. इसके लिए वन विभाग से भी मदद लें. आयुक्त ने चिंता व्यक्त की कि पूर्व में भी पौधरोपण कराये गये हैं, लेकिन शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई नहीं दे रहे. भागलपुर के डीएफओ ने कहा कि कई जगह पूर्व से भी एनएच के किनारे बाइपास रोड में पौधरोपण कराया गया था. यहां और भी पौधे लगाये जायेंगे
इसके लिए नर्सरी में पौधे तैयार हो गये हैं. मानसून के आने के बाद वर्षा के समय वृहत पैमाने पर लक्ष्य के अनुसार पौधरोपण कराया जायेगा. आयुक्त ने शहरी क्षेत्र में हवाई अड्डा रोड, सीएमएस स्कूल के ग्राउंड, संयुक्त निदेषक (कृषि) के कैंपस के अलावा विश्वविद्यालय, महाविद्यालय प्रांगन में गेवियन के साथ लक्ष्य के अनुरूप पौधरोपण कराने का निर्देश डीएफओ को दिया. आयुक्त ने कहा कि इसके लिए सर्वे करा लें और अपनी कार्य योजना तैयार कर लें कि कितने पौधे किस कैंपस में लगेंगे. कार्य योजना एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराएं.
आयुक्त ने इच्छा व्यक्त की कि वे भी इसमें भागीदारी करेंगी. आयुक्त ने कहा कि पीपल, नीम, बरगद जैसे छायादार पौधे और पर्यावरण को ऑक्सीजन प्रदान करनेवाले पौधे लगाएं, ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी कम हो. सुरक्षा का माकूल प्रबंध किया जाये, जिससे पौधे बचे और बढ़े. आयुक्त ने कहा कि वृक्षों की रखवाली आम आदमी भी करें.बांका के उपविकास आयुक्त ने कहा कि सर्किट हाउस, समाहरणालय परिसर और स्कूल-कॉलेज में पौधरोपण का कार्य कराया जायेगा.
इसके लिए डीएफओ को निर्देष दिया गया है कि मनरेगा से ग्रामीण क्षेत्रों में पौधरोपण कराएं. बांका के डीएफओ ने कहा कि 11 स्कूलों का चयन किया गया है, जिसमें दो हजार पौधे लगाये जायेगें. आठ सड़कों का चयन किया गया है, जहां 24 हजार पौधे लगाये जायेंगे. वन महोत्सव के अवसर पर भी पौधरोपण का कार्य किया जायेगा. भागलपुर के उपविकास आयुक्त ने कहा कि मनरेगा के तहत सरकारी भूमि पर 295 यूनिट पौधे लगाये गये हैं.
748 यूनिट पौधे सीमांत व लघु किसान द्वारा लगाये गये हैं. उप विकास आयुक्त ने कहा कि 70 प्रतिशत पौधे ही बच पाते हैं. दोनों जिला के उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया गया कि आवश्यकता हो, तो वन विभाग से भी पौधे प्राप्त करें. संयुक्त निदेशक कृषि द्वारा बताया गया कि उद्यान विभाग को 55 हेक्टेयर में फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य है. दोनों जिले में 80 एकड़ जमीन में पौधे लगाना है. बैठक में क्षेत्रीय विकास पदाधिकारी, आयुक्त के सचिव और एनसीसी के कमांडेंट भी उपस्थित थे.