थानेदार ने नहीं दर्ज की प्राथमिकी

हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के नाम पर नसबंदी करने का मामला भागलपुर : घोघा स्थित पक्की सराय के तांती परिवार के आठ सदस्यों का 11 जुलाई को सदर अस्पताल में हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के नाम पर नसबंदी कर दी गयी थी. इस मामले में शनिवार को पीड़ित पक्ष प्राथमिकी दर्ज कराने घोघा थाना गया. लेकिन वहां […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2014 6:23 AM

हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के नाम पर नसबंदी करने का मामला

भागलपुर : घोघा स्थित पक्की सराय के तांती परिवार के आठ सदस्यों का 11 जुलाई को सदर अस्पताल में हाइड्रोसिल के ऑपरेशन के नाम पर नसबंदी कर दी गयी थी. इस मामले में शनिवार को पीड़ित पक्ष प्राथमिकी दर्ज कराने घोघा थाना गया. लेकिन वहां थानेदार ने प्राथमिकी नहीं दर्ज कर वापस लौटा दिया.

पीड़ित पक्ष के विनोद तांती, पगलू तांती सहित सभी आठों सदस्य जब शनिवार की सुबह आठ बजे घोघा थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने गये तो वहां से थानेदार ने यह कह लौटा दिया कि यह केस यहां दर्ज नहीं होगा. तिलकामांझी थाना की घटना है, केस वहीं दर्ज होगा.

जांच के नाम पर हो रही खानापूर्ति : अब पीड़ित पक्ष अधिवक्ता डॉ राजेश तिवारी के माध्यम से न्यायालय की शरण में जायेगा. अधिवक्ता डॉ तिवारी ने बताया कि सोमवार को सीजेएम कोर्ट में केस दर्ज किया जायेगा. सदर अस्पताल के प्रभारी डॉ संजय कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि सूर्या क्लिनिक की जांच शनिवार को करने जायेंगे. पर वह भी वहां नहीं गये.

उन्होंने बताया कि कार्यालय में व्यस्त रह गये. आरडीडी डॉ सुधीर कुमार महतो ने भी कहा था कि सूर्या क्लिनिक व सदर अस्पताल से सभी कागजात मंगा कर जांच करायेंगे. पर शनिवार को इस दिशा में कुछ भी नहीं हुआ. अस्पताल प्रबंधन ने बयान जारी कर स्वीकार भी किया है कि 11 जुलाई को ऑपरेशन कराने वालों में चार-पांच लोगों का हाइड्रोसिल बढ़ा हुआ था पर उन्होंने ऑपरेशन की सहमति नहीं दी थी.

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