सरकारी खाते में डालते थे पैसा, पता नहीं वहां से सृजन समिति में कैसे हुआ ट्रांसफर

भागलपुर : सीबीआइ ने मंगलवार को सृजन से जुड़े मामले की पूछताछ की. उक्त कर्मी से घंटे भर पूछताछ की गयी. उक्त कर्मी वर्तमान में जिला पंचायती राज में कार्यरत उदय कुमार है, जिससे सीबीआइ ने कई सवाल दागे. सीबीआइ की ओर से सन्हौला प्रखंड में हुए 23 करोड़ रुपये की अवैध निकासी को लेकर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2019 3:08 AM

भागलपुर : सीबीआइ ने मंगलवार को सृजन से जुड़े मामले की पूछताछ की. उक्त कर्मी से घंटे भर पूछताछ की गयी. उक्त कर्मी वर्तमान में जिला पंचायती राज में कार्यरत उदय कुमार है, जिससे सीबीआइ ने कई सवाल दागे. सीबीआइ की ओर से सन्हौला प्रखंड में हुए 23 करोड़ रुपये की अवैध निकासी को लेकर कई बार उनसे पूछताछ के लिए नोटिस भेजी गयी थी. किसी कारण से अवैध निकासी के मामले में उदय कुमार से सीबीआइ की टीम की पूछताछ नहीं हो पायी थी.

सृजन घोटाले के दौरान जब सन्हौला प्रखंड के बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित सरकारी खाते से 23 करोड़ की राशि अवैध रूप से सृजन महिला विकास सहयोग समिति के खाते में हस्तांतरण की गयी थी, तब वे (वर्ष 2010 ) में सन्हौला प्रखंड में नाजिर पद पर कायर्रत थे. सीबीआइ ने नाजिर पद पर रहने के दौरान उदय कुमार से सन्हौला प्रखंड में आनेवाले विभिन्न फंड को किस प्रकार सरकारी खाते में जमा किया जाता था, इसके तौर-तरीकों के बारे में पूछा.
उदय कुमार ने जवाब दिया कि नाजिर होने के चलते उनके द्वारा ही राशि को बैंक ऑफ बड़ौदा स्थित सरकारी खाते में जमा करवाया जाता था. वह बैंक के खाते में पैसा जमा करवाकर उसकी इंट्री अपने कैश बुक आदि में कर लेते थे. सीबीआई ने जब उनसे पूछा कि उनका जमा हुआ पैसा सृजन महिला विकास सहयोग समिति के उसी बैंक में खुले खाते में फिर कैसे चला जाता था, तो इस पर उदय कुमार ने जवाब दिया कि इस बारे में उन्हें कोई अता-पता नहीं था. संबंधित बैंक भी सन्हाैला प्रखंड के सरकारी खाते की विवरणी देती थी, जो वे ले लेते थे.
23 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी सन्हौला प्रखंड से : बता दें कि सन्हौला प्रखंड के बैंक खाते से 23 करोड़ की अवैध निकासी हुई थी. इसमें अज्ञात स्रोत से बीच-बीच में राशि जमा हो जाती. वर्ष 2006 से ही सन्हौला प्रखंड से राशि की हेराफेरी शुरू हो गयी थी.

Next Article

Exit mobile version