कोसी व महानंदा में उफान गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
भागलपुर : नेपाल में भारी बारिश से कोसी-पूर्व बिहार के जिलों की प्रमुख व सहायक नदियां उफान पर हैं. सुपौल, अररिया, कटिहार, सहरसा जिलों में निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. अररिया के सिकटी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बकरा, घाघी, पहाड़ा व नूना का जल स्तर बढ़ गया है.दर्जन भर गांवों […]
भागलपुर : नेपाल में भारी बारिश से कोसी-पूर्व बिहार के जिलों की प्रमुख व सहायक नदियां उफान पर हैं. सुपौल, अररिया, कटिहार, सहरसा जिलों में निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. अररिया के सिकटी क्षेत्र से होकर गुजरने वाली बकरा, घाघी, पहाड़ा व नूना का जल स्तर बढ़ गया है.दर्जन भर गांवों में पानी घुस गया है.
कुर्साकांटा प्रखंड में कुआड़ी से गरैया जाने वाली सड़क पर पानी आ गया है. इससे गरैया का प्रखंड मुख्यालय से संबंध लगभग टूट चुका है. वहीं, कटिहार जिले के महानंदा नदी के जलस्तर बढ़ गया है. साथ ही गंगा, कोसी व बरंडी नदियों के जलस्तर में काफी इजाफा हुआ है.कोसी नदी का पानी कुरसेला रेलवे ब्रिज पर अब बढ़ने लगा है. वहीं, सहरसा में केदली वार्ड नंबर छह व चार में चार दर्जन से अधिक परिवारों के घर कोसी नदी में विलीन हो गये हैं. इधर, मधेपुरा में मंगरवारा के ललकुरिया में नहर टूट गया, जिससे 40 घरों में घुसा पानी घुस गया है.
कोसी का डिस्चार्ज 1.50 लाख क्यूसेक के पार
कोसी के जल अधिग्रहण क्षेत्र में विगत चार-पांच दिनों से हो रही बारिश के कारण नदी के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
बराज से अपराह्न 06 बजे कुल 01 लाख 64 हजार 150 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. नेपाल स्थित बराह क्षेत्र में भी नदी के जलस्राव में रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गयी है. अपराह्न चार बजे बराह क्षेत्र का डिस्चार्ज एक लाख 29 हजार 800 पर पहुंच गया.