दो डीडीसी, तीन निदेशक व दो नाजिर के थे हस्ताक्षर

डीएम के निर्देश पर हुई जांच, यह तथ्य आया सामने भागलपुर : डीएम प्रणव कुमार के निर्देश पर डीआरडीए में अवैध निकासी के मामले में जांच पूरी हो गयी है. जांच टीम ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के खाते से 83 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में दो डीडीसी, तीन डीआरडीए निदेशक तथा दो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 28, 2019 2:25 AM

डीएम के निर्देश पर हुई जांच, यह तथ्य आया सामने

भागलपुर : डीएम प्रणव कुमार के निर्देश पर डीआरडीए में अवैध निकासी के मामले में जांच पूरी हो गयी है. जांच टीम ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के खाते से 83 करोड़ की अवैध निकासी के मामले में दो डीडीसी, तीन डीआरडीए निदेशक तथा दो नाजिर के फर्जी हस्ताक्षर वाले चेक से निकासी का उल्लेख किया.
रिपोर्ट में कहा कि जिला नजारत के पूर्व लिपिक व सृजन घोटाले के आरोप में बेऊर जेल में बंद अमरेंद्र यादव का भी कार्यकाल डीआरडीए में नाजिर के तौर पर रहा था. अमरेंद्र यादव ने 17 फरवरी 2010 से 11 फरवरी 2013 तक नाजिर का काम किया था. कुल सात बैंक खाते में से एक इंडियन बैंक तथा शेष छह खाते बैंक ऑफ बड़ौदा में खुलवाये गये.
विभिन्न खातों से हुई निकासी के बारे में बताया गया. एक खाते से 20 करोड़ 26 लाख 80 हजार एक सौ रुपये का चेक डीडीसी के नाम से कटा और वह सृजन महिला विकास सहयोग समिति में चला गया. यही हाल 24 खाता के बंद होने के बाद तीन करोड़ पांच लाख 81 हजार 175 रुपये की अवैध निकासी के रूप में हुआ. एक खाते से 26 चेक के माध्यम से 52 करोड़ रुपये के वारे-न्यारे हो गये. इसमें 23 चेक इंडियन बैंक व तीन चेक बैंक ऑफ बड़ौदा के थे.

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