छह कॉलेजों का नैक मूल्यांकन, स्टेशन वापस लाना नये वीसी की होगी चुनौती

भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में नये नियमित कुलपति के रूप में प्रो विभाष चंद्र झा कार्यभार संभालने वाले हैं. उनके नियमित होने से शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ गयी हैं. विवि में कई काम पेंडिंग पड़े हैं, तो कई प्रस्ताव राजभवन से मंजूर होकर नहीं आये हैं. कर्मचारियों को प्रोन्नति का इंतजार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 29, 2019 8:38 AM

भागलपुर : तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में नये नियमित कुलपति के रूप में प्रो विभाष चंद्र झा कार्यभार संभालने वाले हैं. उनके नियमित होने से शिक्षकों, छात्रों व कर्मचारियों की उम्मीदें बढ़ गयी हैं. विवि में कई काम पेंडिंग पड़े हैं, तो कई प्रस्ताव राजभवन से मंजूर होकर नहीं आये हैं.

कर्मचारियों को प्रोन्नति का इंतजार है, तो छात्रों को आत्मनिर्भर करनेवाले कोर्स शुरू होने का इंतजार. यह काम कब तक पूरे हो पायेंगे, इस पर पूरे विवि की टकटकी लगी है.
दो कुलपति स्टेशन को वापस नहीं ला सके
तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में एक करोड़ से एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग स्टेशन (एक्यूएमएस) स्थापित करने की योजना थी. मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेस की संस्था आइआइटीएम पूणे ने पीजी भौतिकी विभाग में स्टेशन स्थापित करने की सारी प्रक्रिया पूरी की थी.
एक लाख के खर्च से विवि को एक कमरा तैयार कर देना था, लेकिन कमरा नहीं देने से स्टेशन की मिली योजना वापस हो गयी. दो कुलपति विवि में बारी-बारी से आये, लेकिन स्टेशन की फाइल विवि में ही पड़ी रह गयी.
इसरो का कार्बन रिसर्च शुरू करना हो रहा मुश्किल
रीजनल स्टेडी सेंटर के माध्यम से इसरो का रिसर्च वर्क तीन साल से भी ज्यादा समय बीतने के बाद पूरा नहीं हो पाया है. पिछले एक साल से विवि में रिसर्च की फाइल नहीं मिल रही है. निर्धारित समय में रिसर्च पूरा नहीं होने से इसरो ने विवि को पत्र भेज कर राशि लौटाने की बात कही है.

Next Article

Exit mobile version