इंडियन बैंक के पूर्व बैंक मैनेजर चेन्नई से गिरफ्तार, सृजन घोटाला में सीबीआइ की कार्रवाई

पटना/भागलपुर : सीबीआइ ने सृजन घोटाला मामले में एक अहम कार्रवाई करते हुए आरोपित बैंक मैनेजर देव शंकर मिश्रा को तमिलनाडू के शिवांगा जिला से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया. वर्तमान में वह इस सुदूर इलाके में इंडियन बैंक के जोनल कार्यालय में चीफ मैनेजर के पद पर तैनात थे. उन पर आरोप है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 2, 2019 8:40 AM

पटना/भागलपुर : सीबीआइ ने सृजन घोटाला मामले में एक अहम कार्रवाई करते हुए आरोपित बैंक मैनेजर देव शंकर मिश्रा को तमिलनाडू के शिवांगा जिला से गुरुवार की सुबह गिरफ्तार कर लिया. वर्तमान में वह इस सुदूर इलाके में इंडियन बैंक के जोनल कार्यालय में चीफ मैनेजर के पद पर तैनात थे.

उन पर आरोप है कि 2009 से 2017 के दौरान जब वह भागलपुर के सबौर स्थित शाखा में इंडियन बैंक के मैनेजर थे, तब उन्होंने भागलपुर डीडीसी के सरकारी बैंक एकाउंट से आठ करोड़ 79 लाख से ज्यादा रुपये को सृजन महिला सहकारिता समिति के बैंक खाता में अवैध रूप से ट्रांसफर कर दिये थे.
2017 में मामला उजागर होने के बाद संबंधित मैनेजर ने अपना ट्रांसफर आनन-फानन में तमिलनाडू के इस सुदूरवर्ती इलाके में करवा लिया था. सीबीआइ की पटना कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट भी जारी कर रखा था.
लगातार ट्रेसलेस चल रहे थे देव शंकर
सीबीआइ ने जब सृजन घोटाला मामले की जांच अगस्त 2017 में शुरू की, तो यह बात सामने आयी थी. इसके बाद सीबीआइ ने अपनी एफआइआर में बैंक मैनेजर देव शंकर मिश्रा को नामजद अभियुक्त भी बनाया था. परंतु इसके बाद से वह लगातार ट्रेसलेस ही चल रहे थे. सीबीआइ इसके बाद से उनकी लगातार तलाश कर रही थी.
भागलपुर के सबौर स्थित इंडियन बैंक के ब्रांच मैनेजर थे
डीडीसी के बैंक खाते से 8.79 करोड़ रुपये को सृजन के बैंक खाते में डायवर्ट करने का है आरोप
पूरे नेटवर्क का हो सकता है खुलासा
देव शंकर मिश्रा की गिरफ्तारी सृजन मामले में एक अहम कड़ी मानी जा रही है. मैनेजर से पूछताछ में उन लोगों के नाम भी सामने आने की संभावना है, सृजन के अलावा जिनके बैंक खातों में सरकारी राशि ट्रांसफर की गयी है. साथ ही सृजन के बैंक खातों से किन-किन के बैंक खातों में राशि ट्रांसफर की जाती थी.
इस तरह से सरकारी राशि के बंदरबांट के पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सकता है. फिलहाल मैनेजर से पूछताछ करने के बाद ही पूरी स्थिति स्पष्ट हो पायेगी. प्राप्त सूचना के अनुसार, जल्द ही सीबीआइ उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है.

Next Article

Exit mobile version