खोद कर छोड़ा गड्ढा, गिरते हैं लोग लगता है जाम, व्यवसाय प्रभावित
भागलपुर : स्मार्ट सिटी में जवाबदेहों की कार्यप्रणाली स्मार्ट नहीं होने का खमियाजा भुगत रहे हैं शहर के लोग. ताजातरीन मामला एमपी द्विवेदी रोड का है. लगभग डेढ़ वर्ष से पटलबाबू रोड से स्टेशन चौक, एमपी द्विवेदी रोड होते हुए लहरी टोला तक नाला बनाने का काम शुरू हुआ. रोते-कलपते कुछ इलाके में नाला बनाया […]
भागलपुर : स्मार्ट सिटी में जवाबदेहों की कार्यप्रणाली स्मार्ट नहीं होने का खमियाजा भुगत रहे हैं शहर के लोग. ताजातरीन मामला एमपी द्विवेदी रोड का है. लगभग डेढ़ वर्ष से पटलबाबू रोड से स्टेशन चौक, एमपी द्विवेदी रोड होते हुए लहरी टोला तक नाला बनाने का काम शुरू हुआ. रोते-कलपते कुछ इलाके में नाला बनाया भी गया, तो उसकी गुणवत्ता प्रश्नचिह्न के घेरे में है. पर सबसे बुरा हाल है लहरीटोला व एमपी द्विवेदी रोड का.
यहां सड़क संकीर्ण है, पर दुकानों की संख्या काफी ज्यादा है, ऐसे में गड्डा के कारण परेशानी हो रही है. अब हालत यह है कि इस इलाके के दुकानदार तबाह हैं तो रोज जाम व दुर्घटना से लोग दुखी. ठेकेदार की गंभीरता ऐसी कि काम तो हो नहीं रहा, पर करने की इच्छा भी नहीं दिखती. कुछ ऐसी ही स्थिति निगम से जुड़े सात ठेकेदारों की है.
वर्तमान नगर आयुक्त जे प्रियदर्शनी ने जुलाई में ही इन संवेदकों को लेकर गंभीरता दिखाते हुए तीन दिन का समय दिया था. उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर तीन दिन में काम नहीं शुरू हुआ तो ऐसे सभी संवेदकों को डिबार कर दिया जायेगा. इस मामले में सात संवेदकों को निगम ने पत्र भी लिखा, पर इस चेतावनी का भी असर एमपी द्विवेदी रोड के ठेकेदार पर नहीं दिख रहा.
बता दें कि डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने भी यहां के ठेकेदार पर कार्रवाई करने को लिखा था, पर उसको तत्कालीन नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा ने ठंडे बस्ते में डाल दिया था. अभी हालत यह कि बरसात के इस मौसम में उस रास्ते गुजरनेवाले लोगों व व्यवसायियों का गुस्सा चरम पर है. जल्द ही नहीं कार्रवाई हुई तो किसी भी दिन किसी आंदोलन से इंकार नहीं किया जा सकता.
दो साल बाद भी नहीं बना स्टेशन चौक से एमपी द्विवेदी रोड का नाला
प्रभारी आदित्य जायसवाल के गोल-मोल जवाब
सवाल : स्टेशन से एमपी द्विवेदी रोड का नाला क्यों नहीं बन रहा
जवाब : स्लैब की ढलाई हो रही है, एक से दो दिन में काम शुरू हो जायेगा. संवेदक को निर्देश दिया गया है.
सवाल : काम में क्यों देरी हुई
जवाब : हम लोगों ने कहा था पर वो नहीं किये.
सवाल : ऐसे संवेेदकों पर क्या कार्रवाई हुई
जवाब : सात संवेदकों को डिबार करने संबंधी पत्र भेजा गया है, कुछ ने जवाब दिया है कुछ ने नहीं.
सवाल : क्या एमपी द्विवेदी रोड का संवेदक भी उन सातों में शामिल है
जवाब : देख कर बतायेंगे.
नाराज लोग बोले
इस गड्ढे के कारण ग्राहकों की संख्या घट गयी है. क्या निगम व्यवसाय बंद कराना चाहता है.
रूपेश कुमार
पहले क्यों गड्ढा कर छोड़ा. रोज घटना हो रही. काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
महादेव कुमार
निगम तुरंत शुरू करवाये काम. हम परेशान हैं. कैसे कोई आयेगा दुकान पर, कैसे करेंगे व्यवसाय.
तरुण कुमार साह