बाढ़ का कहर: दिनका खाना तीन बजे, राती के एगारो बजे भेटी जाय छै
बिहार के भागलपुर में बाढ़ का कहर जारी है. यहां टिल्हा कोठी पर बने बाढ़ राहत शिविर में सरकारी खाने की गुणवत्ता पर बाढ़ पीड़ितों ने कोई सवाल नहीं उठाया, लेकिन टाइमिंग पर उन्हें एतराज था. दिलदारपुर गांव के बुजुर्ग वासुदेव महतो निषाद ने बताया…जबे भूखो सें बिलबिलाय जाय छियै, तबे बांटै छै भोजन. दिनका […]
बिहार के भागलपुर में बाढ़ का कहर जारी है. यहां टिल्हा कोठी पर बने बाढ़ राहत शिविर में सरकारी खाने की गुणवत्ता पर बाढ़ पीड़ितों ने कोई सवाल नहीं उठाया, लेकिन टाइमिंग पर उन्हें एतराज था. दिलदारपुर गांव के बुजुर्ग वासुदेव महतो निषाद ने बताया…जबे भूखो सें बिलबिलाय जाय छियै, तबे बांटै छै भोजन. दिनका खाना तीन बजे आरु राती के 11 बजे खाना बांटै छै. अन्य पीड़ितों को भी भोजन के समय को लेकर नाराजगी थी. एक महिला ने कहा कि रात में बच्चे जल्दी सो जाते हैं. शौचालय का निर्माण होता देख उनके अंदर संतोष का भाव था. अभी तक प्लास्टिक शीट नहीं मिलने से पीड़ितों में नाराजगी थी.
टीएनबी कॉलेजिएट : गोबर हटाया नहीं, उसी पर ब्लीचिंग छिड़क दिया
टीएनबी कॉलेजिएट मैदान में रह रहे बाढ़ पीड़ितों के साथ सैकड़ों मवेशी है. जगह-जगह गोबर पसर गया है. दुर्गंध से परेशानी हो रही है, लेकिन गोबर हटाया नहीं जा रहा है. गुरुवार को नगर निगम के कर्मचारियों ने गोबर के ऊपर ही जगह-जगह ब्लीचिंग का छिड़काव कर दिया. बुधवार से यहां प्रशासन ने भोजन की व्यवस्था कर दी है.