बिहार : ठहर गया गंगा का बहाव, भारी बारिश होने पर बाढ़ होगी भयावह,हाइअलर्ट जारी
भागलपुर : डीएम प्रणव कुमार ने आगे के दिनों में भारी बारिश की संभावना के कारण हाइअलर्ट जारी किया है. एहतियातन 28 सितंबर को सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद कर दिया. बाढ़ की विभीषिका और नाथनगर विधानसभा उप चुनाव को ले 24 अक्तूबर तक सरकारी पदाधिकारी व कर्मी का अवकाश समाप्त रहेगा. सरकारी कर्मी […]
भागलपुर : डीएम प्रणव कुमार ने आगे के दिनों में भारी बारिश की संभावना के कारण हाइअलर्ट जारी किया है. एहतियातन 28 सितंबर को सभी सरकारी व निजी स्कूल बंद कर दिया. बाढ़ की विभीषिका और नाथनगर विधानसभा उप चुनाव को ले 24 अक्तूबर तक सरकारी पदाधिकारी व कर्मी का अवकाश समाप्त रहेगा. सरकारी कर्मी के पूर्व से लिए सभी अवकाश को रद्द कर दिया गया.
शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में उन्होंने बताया कि जिले में गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. गुरुवार की रात से गंगा का बहाव ठहर गया है. मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की संभावना जतायी है. इस कारण बाढ़ की और स्थिति भयावह हो जायेगी. उन्होंने लोगों से अपील किया कि अपने जरूरी सामान का स्टोरेज कर लें. भारी बारिश होने की स्थिति में आवश्यकता होने पर ही बाहर निकलें. खासकर बच्चों को तेज बारिश में बाहर नहीं जाने दें. उन्होंने प्रशासनिक तैयारी के बारे में कहा कि बाढ़ से प्रभावित जगहों पर पांच राहत कैंप चल रहे हैं और आठ अतिरिक्त कैंप का संचालन शुरू कर दिया गया. सभी जगह रोशनी, भोजन आदि की व्यव्स्था है. राहत कैंप का दौरा करके वहां की स्थिति का जायजा लिया गया. महाश्य ड्योढ़ी का कैंप स्कूल में और सबौर पंचायत सरकार भवन में कैंप चल रहा है. सभी राहत कैंप में आइसीडीएस की तरफ से आंगनबाड़ी केंद्र चलाये जा रहे हैं.
निगम क्षेत्र में राहत कैंप में दो समय सफाई करवायी जा रही है. जहां शौचालय नहीं बना है, वहां पर मोबाइल टायॅलेट(पीएचइडी व निगम) स्थापित किये गये. उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित प्रखंड के पंचायत में नाव परिचालित हो रहे हैं और चूड़ा-गुड़, पॉलीथिन आदि वितरित हो रहे हैं.
गोपालपुर प्रखंड का कई हिस्सा डूबा, नये भवन में शिफ्ट : डीएम ने कहा कि अभी तक बाढ़ से सरकारी कार्यालय में गोपालपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में पानी घुस गया है. वहां पर कार्यालय नयी बिल्डिंग में शिफ्ट कर दियया गया. इसके अलावा नवगछिया तरफ के सभी सरकारी कार्यालय में बाढ़ का पानी नहीं आया है.
नरकटिया बांध में जारी है कटाव : डीएम ने बताया कि नरकटिया बांध को बचाने का प्रयास हो रहा है. वहां पर हर 50 मीटर की दूरी पर कटाव तेज हो गया है. इसको बचाने का काम युद्ध स्तर पर जारी है. सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता को पत्र लिखा गया है. उनके स्तर पर भी काम होगा.
बाढ़ राहत कैंप में तीन बार मिलेगा भोजन
भागलपुर : डीएम ने बाढ़ को लेकर चल रहे राहत कैंप में बच्चों को पढाने के लिये संबंधित सरकारी स्कूल के शिक्षक की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया. कहा, जहां पर बाढ़ आने पर स्कूल को बंद करना पड़ा, वहां के शिक्षक को संबंधित राहत कैंप में शिफ्ट कर दें. इस दौरान डीएम व उनकी टीम ने निगम क्षेत्र के दो राहत कैंप टिल्हा कोठी व महाश्य ड्योढी का दौरा किया. इस दौरान वहां की अनियमितता पर जमकर फटकार लगायी. कहा, अगर कैंप का संचालन सुचारु रूप से नहीं हुआ तो उसके नोडल प्रभारी के खिलाफ विधिनुसार कार्रवाई होगी. डीएम ने कहा कि आठ प्रखंड के 83 पंचायत में बाढ़ आयी है, इससे दो लाख की जनसंख्या प्रभावित हैं. नवगछिया-महादेवपुर घाट पर फ्लैंक पर लगभग पानी चढ़ा है.
टिल्हा कोठी राहत कैंप : मनुष्य और पशु के लिये टेंट की व्यवस्था नहीं थी. अस्थायी शौचालय के पूरा नहीं बनने पर पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता को हड़काया. कैंप में सफाई को लेकर निगम आयुक्त को प्रत्येक कैंप में स्वच्छता प्रभारी तैनात करने के लिए कहा. आंगनबाड़ी दीदी द्वारा कैंप में पढ़ाने को लेकर डीएम ने परिसर के प्राचार्य से समन्वय स्थापित करके एक कमरे में सुबह नौ बजे से तीन बजे तक होने की बात कही. कैंप के प्रभारी निबंधित लोगों की जानकारी नहीं दे सके.
महाश्य ड्योढी : डीएम ने निरीक्षण में पाया कि नोडल पदाधिकारी का कैंप संचालन में रुचि नहीं है. उन्हें कार्रवाई की चेतावनी दी. वहां पर न अस्थायी शौचालय शुरू हुआ था और लोगों के ठहरने के लिये पंडाल भी नहीं लगे हुए थे.
राहत शिविर में भोजन मिला : बाढ़ से बेहाल सबौर प्रखंड क्षेत्र के लोगों का बुरा हाल है. एनएच 80 खानकित्ता चौक से शंकरपुर तक जगह-जगह पानी का तेज बहाव है. कई जगह पथ ध्वस्त हो चुका है. प्रखंड मुख्यालय से कई पंचायतों का संपर्क भंग हो गया है. प्रखंड कार्यालय परिसर सहित बाबूपुर मोड़ एवं उच्च विद्यालय के प्रांगण में रह रहे बाढ़ पीड़ितों को शुक्रवार से भोजन का वितरण किया गया. अंचलाधिकारी विक्रम भास्कर झा ने बताया कि क्षेत्र अंतर्गत राहत कार्य किया जा रहा है.
रेलवे पुल के डेंजर लेवल से ज्यादा हुआ बाढ़ का पानी : बाढ़ का पानी रेल पुल-पुलियों के डेंजर लेवल से ऊपर बहने लगा है. साहिबगंज-जमालपुर के बीच सुरक्षित ट्रेन परिचालन के लिए भी रेलवे पूरी तरह से अलर्ट है. मोबाइल गश्त के साथ ट्रैक पारा मीटर पर नजर रखी जा रही है. यह जानकारी प्रभारी डीआरएम पीके मिश्रा ने दी. प्रभारी डीआरएम शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बाढ़ प्रभावित कहलगांव-अकबरनगर-बरियारपुर रेल सेक्शन का निरीक्षण करने पहुंचे थे. उन्होंने अकबरनगर-बरियारपुर रेल सेक्शन में पैदल चलकर रेल पुल का जायजा लिया. डीआरएम ने कहा कि बाढ़ का पानी का अभी रेलवे ट्रैक को खतरा नहीं है. ट्रेन परिचालन में कोई समस्या नहीं है. मोबाइल गश्त टीम सहित गैंगमैन व ट्रैकमैन 24 घंटे अलग-अलग शिफ्ट में पेट्रोलिंग कर रहे हैं. हर घंटे बाढ़ के पानी की रिपोर्ट देने कहा है. खतरा को भांपते हुए उन्होंने नाथनगर-बरियारपुर के बीच स्थित रेल पुल-पुलियों पर कॉशन लगा दिया है. पैसेंजर से लेकर एक्सप्रेस ट्रेनों 30 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गुजरेगी.