जीवन जागृति सोसायटी ने बाढ़ पीड़ितों के बीच बांटा जार का पानी

भागलपुर : जीवन जागृति सोसाइटी ने बाढ़ पीड़ितों के बीच शुद्ध पेयजल पिलाने के लिए 1000 जार पानी का वितरण किया गया. सोसाइटी की ओर से सबौर पंचायत भवन में वितरण किया. सरकार की ओर से भोजन की व्यवस्था की गयी है, लेकिन शुद्ध पेयजल की अब भी कमी है. शनिवार को नाथनगर, अकबरनगर आदि […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2019 10:57 AM

भागलपुर : जीवन जागृति सोसाइटी ने बाढ़ पीड़ितों के बीच शुद्ध पेयजल पिलाने के लिए 1000 जार पानी का वितरण किया गया. सोसाइटी की ओर से सबौर पंचायत भवन में वितरण किया. सरकार की ओर से भोजन की व्यवस्था की गयी है, लेकिन शुद्ध पेयजल की अब भी कमी है. शनिवार को नाथनगर, अकबरनगर आदि क्षेत्रों में वितरण किया जायेगा. इस मौके पर सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष पुरुषोत्तम प्रसाद सिंह, सचिव- सोमेश यादव, रवि रवीश, नवनीत सिंह, रामवालक अखिलेश यादव, रवि कुमार आदि शामिल थे.

-300 बाढ़पीड़ितों को कराया भोजन : पीवीवाई आस्था ड्रीम्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड की ओर से शुक्रवार को बाढ़पीड़ितों को बीच भोजन का वितरण किया गया. निदेशक विनय कुमार यादव ने खुद 300 बाढ़पीड़ितों के लिए भोजन उपलब्ध कराया. उन्होंने कहा कि बाढ़पीड़ित हमारे बीच के लोग हैं. सरकार की ओर से जो मदद मिल रही है, वह ठीक है. सामाजिक कार्यकर्ताओं को उनके लिए आगे आना होगा, तभी उनका दु:ख दूर होगा. भोजन कराने में धर्मवीर यादव, पूर्व मुखिया पिंकू यादव का विशेष योगदान रहा.

-ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त कराने के बाद जलजमाव से मिलेगी मुक्ति : इन दिनों शहर में बारिश के बाद लगातार जलजमाव व कीचड़ की समस्या आ गयी है. गंगा किनारे बसे मोहल्ले में बाढ़ का पानी घुस आया है. सेवन स्टार के सदस्य सह सामाजिक कार्यकर्ता मानव केजरीवाल ने नगर आयुक्त एवं जिला प्रशासन से शहर के ड्रेनेज सिस्टम को सुधारने की मांग की है. उन्होंने बताया कि यदि ड्रेनेज सिस्टम ठीक हो जायेगा, तो विभिन्न मोहल्ले और मुख्य बाजार में जलजमाव की समस्या हल हो जायेगी.

-बाढ़ राहत शिविर में 26 गर्भवती महिलाओं का इलाज : जिले में बाढ़ के लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है. स्थिति पर नजर रखने के लिए सदर अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र में कंट्रोल रूम बनाया गया है. यहां अधिकारी व कर्मचारी को चौबीस घंटे के लिए नियुक्ति किया गया है. वहीं बाढ़ राहत शिविर में चिकित्सक की नियुक्ति हुई है. नाथनगर में राहत शिविर में 23 व नवगछिया और आसपास में तीन गर्भवती महिलाएं हैं. डॉक्टर, नर्स लगातार इनके हेल्थ का ध्यान रख रहे हैं.

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