शिविर में दुख झेल रहे लोग, एक ही चादर थी वह भी भीग गयी, आग में सुखाया, बच्चे को ओढ़ाया

संजीव कदम-कदम पर पीड़ा दे रही बाढ़ भागलपुर : हजारों एकड़ खेतों को सींचनेवाली, लहलहाती फसल देनेवाली और अपने किनारे बसे लोगों को जिंदगी का जरिया बख्शने वाली गंगा आज बड़ी आबादी को दर्द दे दी है. गांव में कदम-कदम पर बाढ़ पीड़ा दे रही थी. घर में थोड़ी देर भी टिक पाना मुश्किल हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2019 5:06 AM
संजीव
कदम-कदम पर पीड़ा दे रही बाढ़
भागलपुर : हजारों एकड़ खेतों को सींचनेवाली, लहलहाती फसल देनेवाली और अपने किनारे बसे लोगों को जिंदगी का जरिया बख्शने वाली गंगा आज बड़ी आबादी को दर्द दे दी है. गांव में कदम-कदम पर बाढ़ पीड़ा दे रही थी.
घर में थोड़ी देर भी टिक पाना मुश्किल हो गया था. भाग कर शहर आये, तो बारिश ने तबाही मचा दी. यहां विभिन्न राहत शिविरों में रह रहे लोगों को सरकारी भोजन, पानी मिल रहा है. लेकिन खुली खेत व स्कूल के मैदान में खेलने-कूदने वाले बच्चों को बारिश ने प्लास्टिक के बने एक खटिया आकार के तंबू में बंद रहने को मजबूर कर दिया है. शौच के लिए भी बाहर निकल रहे, तो भीग जाते हैं. दूसरा कपड़ा नहीं कि उसे बदल लें. संयोग है कि कुछ बाढ़ पीड़ित अपने साथ दाने छुड़ाये हुए मकई के भुट्टे बोरियों में भर कर साथ ले आये हैं.
उसे टिल्हा कोठी शिविर में चूल्हे में जला कर भीगे कपड़े सुखाते हुए दिलदारपुर के अवधेश महतो को जब यह पूछा गया कि क्या दिक्कत हो रही है, तो वे कहते हैं…एकरा सें बड़ो दिक्कत कि होतै जे घरबार छोड़ी के यहां रही रहलो छियै. अवधेश की चादर भीग गयी थी और बच्चे ठंड में सिकुड़ कर बैठे हुए थे. एक नवजात तो मां के आंचल में पंजरे से चिपक गया था. हवाई अड्डा और टीएनबी कॉलेजिएट में जलजमाव व कीचड़ के बीच लोग रह रहे हैं.
पशुओं के इलाज के लिए 13 शिविर, चारा का वितरण शुरू
भागलपुर : पशुपालन विभाग ने जिले के सभी बाढ़ग्रस्त प्रखंडों में पशुचिकित्सकों व अन्य कर्मचारियों को अलर्ट कर दिया है. 13 शिविर बनाये गये हैं. रविवार को पशुओं का चारा का वितरण शुरू कर दिया. जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि पशुओं के इलाज के लिए नाथनगर प्रखंड में पांच, सबौर में दो, इस्माइलपुर में एक, रंगरा में दो, गोपालपुर में दो एवं पीरपैंती में मोबाइल शिविर लगाया गया है.
सभी शिविर में एक चिकित्सक, एक स्टाफ और एक चतुर्थवर्गीय स्टाफ लगाये गये हैं. उन्होंने बताया कि क्षेत्रीय निदेशक से और चिकित्सक की मांग की गयी है. अभी पशु चिकित्सक रात्रि आठ बजे तक शिविर में रहते हैं. अतिरिक्त चिकित्सक आने के बाद उन्हें 24 घंटे शिविर में कैंप करना है. पहले दिन टिल्हा कोठी में चारा का वितरण किया गया. सोमवार को अन्य स्थानों पर भी पशुचारा वितरण किया जायेगा. उन्होंने बताया कि बारिश के कारण चारा रखने और बांटने में दिक्कत आ रही है.
सबौर में पशु चारा की व्यवस्था नहीं, दिक्कत
सबौर : बाढ़ राहत शिविर में रह रहे पशुओं के लिए चारा की कोई व्यवस्था नहीं हो पायी है. पशु स्वास्थ्य केंद्र ने जिले से पशु चारा का मांग की है, लेकिन अब तक पशुओं के लिए चारा नहीं आया है. पंचायत सरकार भवन खानकित्ता में 814 पशु व उच्च विद्यालय सबौर प्रांगण में लगभग 113 पशु हैं.
बाढ़ राहत कैंप में आज से लगेगा स्वास्थ्य शिविर
सबौर : बाढ़ राहत कैंप में स्वास्थ्य शिविर अब तक नहीं लग पाया है. शिविर में रह रहे लोग मौसमी बीमारी से परेशान हैं. हालांकि चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सोमवार से शिविर में कैंप लगाया जायेगा. इसको लेकर कर्मी को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है.
भागलपुर : डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने रविवार को युवा साथियों के साथ सबौर प्रखंड के बाबूपुर, घोषपुर, फरक्का, इंग्लिश व रजंदीपुर पंचायत में राहत सामग्री वितरित किया. उन्होंने बताया कि सड़क मार्ग बाधित होने से नाव से भ्रमण करते हुए अनाज व महिलाओं को साड़ी व अन्य वस्त्र वितरित किया गया. उन्हांेने अभिनंदन यादव, सम्राट, मानस सहित सभी को धन्यवाद दिया.
चौकी के नीचे पानी, बाहर से बारिश के छींटें
टीएमबीयू के केंद्रीय पुस्तकालय की चहारदीवारी से सट कर तंबू बना कर रहनेवाले पीड़ितों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. उनके चौकी के नीचे बारिश का पानी जमा हो गया है. निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. इन पीड़ितों को बाहर से आती बारिश की छींटें भी परेशान कर रही हैं.

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