दुर्गा सप्तशती पाठ से शहर गुंजायमान, उतारी आरती

या देवि सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्ये, नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नम:, माता की जयकारा, घंटा, शंख की ध्वनि चारों तरफ गुंजायमान हो रहा था. रविवार को इसी बीच मां दुर्गा का आगमन हुआ. मां दुर्गा का स्वागत बारिश ने किया. हथिया नक्षत्र में मां का आगमन होने से बारिश की मान्यता है. जिले के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 30, 2019 8:30 AM

या देवि सर्व भूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता नमस्तस्ये, नमस्तस्ये, नमस्तस्ये नमो नम:, माता की जयकारा, घंटा, शंख की ध्वनि चारों तरफ गुंजायमान हो रहा था. रविवार को इसी बीच मां दुर्गा का आगमन हुआ. मां दुर्गा का स्वागत बारिश ने किया. हथिया नक्षत्र में मां का आगमन होने से बारिश की मान्यता है. जिले के विभिन्न स्थानों पर शारदीय नवरात्र की पहली पूजा को लेकर सप्तशती पाठ हुआ. शहर के विभिन्न दुर्गा स्थानों पर अलग-अलग समय में विधि-विधान से कलश स्थापित की गयी.

प्रथम शैलपुत्री की हुई पूजा
शारदीय नवरात्र के पहले दिन रविवार को सभी पूजा स्थानों पर प्रथम शैलपुत्री के रूप में मां दुर्गा की पूजा हुई. गुरुवार को दूसरी पूजा पर ब्रह्मचारिणी स्वरूप की पूजा होगी. आदमपुर दुर्गा स्थान में बूढ़ानाथ मंदिर के पंडित दुर्गानाथ ने वैदिक विधि-विधान से कलश स्थापित किया.
कचहरी चौक पर सत्कार क्लब की ओर से वैदिक विधि से पूजन हुआ. मुंदीचक गढ़ैया में वैदिक मंत्रोच्चार से कलश स्थापित हुआ. क्लबगंज में, मां वैष्णो दरबार, मुंदीचक में पूजन कर कलश स्थापित कर शाम में आरती हुई. सांस्कृतिक सचिव राकेश रंजन केसरी ने बताया कि आचार्य नवीन चंद्र झा ने पूजन कर कलश स्थापित किया. यहां शाम चार बजे तक पूजन हुआ.
राणी सती का पूजन व महाआरती : श्री दादी जी सेवा समिति की ओर से रविवार को मां जगदम्बा स्वरूपा राणी सती दादी का पूजन व महाआरती हुई. मीडिया प्रभारी चांद झुनझुनवाला ने बताया कि नवमी पूजा तक हर दिन सप्तशती पाठ होगा. अलग-अलग दिन अलग-अलग भोग लगाया जायेगा. पहले दिन फल व मिठाई का भोग लगाया गया.
बूढ़ानाथ में माता चंडी का शृंगार : शहर के सभी स्थानों पर प्रात: दुर्गा सप्तशती पाठ हुआ. बूढ़ानाथ मंदिर में माता चंडी का भव्य शृंगार किया गया. महंत शिव नारायण गिरि के संचालन में दुर्गा सप्तशती पाठ हुआ. शाम को महाआरती हुई.
महाशय ड्योढ़ी में सप्तशती पाठ : महाशय ड्योढ़ी, दुर्गाबाड़ी, कालीबाड़ी, काजीपाड़ा, सरकारबाड़ी, रायबाड़ी में दुर्गा सप्तशती पाठ किया गया. बरारी, बड़ी खंजरपुर, छोटी खंजरपुर, तिलकामांझी, परबत्ती, उर्दू बाजार, मंदरोजा, कंपनीबाग, लहेरी टोला, हड़ियापट्टी आदि में पहली पूजा की गयी.
होटलों में मिलने लगे वैष्णव भोजन : शहर के अधिकतर होटलों में वैष्णव भोजन मिल रहा है. बड़े रेस्टोरेंट में दुर्गा पूजा को लेकर श्रद्धालुओं के लिए अलग व्यवस्था है. होटल संचालक ने बताया हर वर्ष दुर्गा पूजा व अन्य बड़े पर्व में मांसाहारी भोजन तैयार करना ही बंद कर दिया जाता है. स्टेशन के आसपास इक्का-दुक्का होटल छोड़ सभी जगह शाकाहारी भोजन ही मिल रहा है.
गंगा तटों पर उमड़ी भीड़
प्रात: शहर के विभिन्न गंगा घाट बरारी सीढ़ी घाट, पुल घाट, हनुमान घाट पर श्रद्धालुओं ने स्नान किया और स्थानीय मंदिरों बूढ़ानाथ मंदिर, शिव शक्ति मंदिर, कुपेश्वर नाथ, भूतनाथ आदि में पूजन किया. कई श्रद्धालुओं ने नवरात्र का व्रत व अनुष्ठान शुरू किया और सप्तशती पाठ किया.
बारिश ने किया मां का स्वागत, जयकारों के बीच मां का आगमन
घर-घर कलश स्थापित हुआ, मां दुर्गा के गीतों से गूंजा शहर
दुर्गा स्थानों व घरों में दुर्गा सप्तशती का पाठ

Next Article

Exit mobile version