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काल बन शहर से गुजरने लगे ट्रक

भागलपुर : पहली ही बारिश में बदहाल हुई बाइपास की सड़क को छोड़ अब ट्रक समेत अन्य भारी वाहन शाम ढलते ही अब शहर के रास्ते के गुजरने लगे हैं. हालांकि फिलहाल शहर से गुजरने वाले ट्रकों की संख्या अभी कम है, लेकिन बाइपास की सड़क यूं बदहाल बनी रही, तो यह संख्या धीरे-धीरे और […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 14, 2019 9:05 AM
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भागलपुर : पहली ही बारिश में बदहाल हुई बाइपास की सड़क को छोड़ अब ट्रक समेत अन्य भारी वाहन शाम ढलते ही अब शहर के रास्ते के गुजरने लगे हैं. हालांकि फिलहाल शहर से गुजरने वाले ट्रकों की संख्या अभी कम है, लेकिन बाइपास की सड़क यूं बदहाल बनी रही, तो यह संख्या धीरे-धीरे और भी बढ़ सकती है. हाल ही के दिनों में बाइपास की सड़क बनी है, जिसका अभी उद्घाटन तक नहीं हुआ और लेकिन पहली बारिश में ही सड़क जगह-जगह टूट चुकी है. सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे बन गये हैं. मेंटेनेंस के अभाव में गड्ढों का आकार बढ़ता जा रहा है.

जल्द नहीं हुआ मेंटेनेंस, तो शहर की स्थिति होगी दयनीय
बाइपास की सड़क को तुरंत दुरुस्त नहीं किया गया, तो शहर की सड़कें ट्रकों से भरी रहेगी. शहर की स्थिति दयनीय व दुर्घटना की संभावना बढ़ जायेगी. ट्रकों के लगातार गुजरने से शहर की सड़कें टूट ही जायेगी और लोगों का घर से भय मुक्त सड़क पर निकलना मुश्किल हो जायेगा. बाइपास बनने और भारी वाहनों के डायवर्ट हाेने से कुछ दिन पहले लखनऊ के बिजली विभाग के इंजीनियर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी.
नो इंट्री का विकल्प नहीं, रहने लगा जाम
बाइपास बनने के बाद भागलपुर-हंसडीहा रोड पर नो इंट्री जैसा कोई विकल्प नहीं है. यह मार्ग अब जाम रहने लगा है. पहले नाे इंट्री से भारी वाहनों की रफ्तार दिन में थम जाती थी, लेकिन अब हालात पहले जैसी नहीं है. दुर्घटना की संभावना कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है.
स्लो ट्रैक पर फोरलेन निर्माण का प्रोजेक्ट
भागलपुर-नवगछिया व हंसडीहा रोड के फोरलेन निर्माण का प्रोजेक्ट स्लो ट्रैक पर डाल दिया गया है. मंत्रालय, नयी दिल्ली को भेजा गया 1123 करोड़ का डीपीआर लंबित है. मिनिस्ट्री इसे स्वीकृत नहीं कर रही है. अगर इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिले, तो शहर का विकास संभव होगा.
विक्रमशिला सेतु व कहलगांव से ट्रक रात में शहर में कर रहे प्रवेश
पुलिस नहीं बरती सख्ती, तो शहर में और दौड़ते नजर आयेंगे ट्रक्र
पुलिस रात में ट्रकों को इंट्री प्वाइंट पर शहर में प्रवेश करने से रोक नहीं पा रही. विक्रमशिला सेतु व कहलगांव से जीरोमाइल होकर ट्रक रात में शहर में प्रवेश कर रहे हैं. शहर में प्रवेश करने वाले ट्रकों की संख्या अभी कम है. अभी ही इसे नहीं रोका गया, तो इसकी संख्या बढ़ सकती है.

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