सीबीआइ को अब तक नहीं मिली सृजन से मांगी गयी अंकेक्षण रिपोर्ट

जिला सहकारिता पदाधिकारी को सीबीआइ के इंस्पेक्टर जोगेंद्र सेहरावत ने दी जानकारी भागलपुर : सीबीआइ के इंस्पेक्टर जोगेंद्र सेहरावत ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को यह जानकारी दी है कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर से मांगी गयी अंकेक्षण रिपोर्ट अभी तक उन्हें नहीं मिली है. सीबीआइ इंस्पेक्टर ने 30 अक्तूबर 2019 को प्रशासक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 23, 2019 2:04 AM

जिला सहकारिता पदाधिकारी को सीबीआइ के इंस्पेक्टर जोगेंद्र सेहरावत ने दी जानकारी

भागलपुर : सीबीआइ के इंस्पेक्टर जोगेंद्र सेहरावत ने जिला सहकारिता पदाधिकारी को यह जानकारी दी है कि सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर से मांगी गयी अंकेक्षण रिपोर्ट अभी तक उन्हें नहीं मिली है. सीबीआइ इंस्पेक्टर ने 30 अक्तूबर 2019 को प्रशासक से 2003 से अद्यतन अंकेक्षण रिपोर्ट, लेजर बुक व मूल दस्तावेज की मांग की थी.
इसका अंकेक्षण एके मिश्रा एंड एसोसिएट्स के सीए पूर्णेंदु कुमार द्वारा किया गया था और मूल बैलेंसशीट व 1996 से अब तक समिति से ली गयी जमा राशि व विनियोग से संबंधित मूल रेकॉर्ड्स की मांग की गयी थी. इसकी सूचना प्रशासक ने सीबीआइ इंस्पेक्टर को नहीं दी. साथ ही मांगे गये रेकॉर्ड्स भी अब तक नहीं दिये गये.
18 नवंबर को जिला सहकारिता पदाधिकारी की अध्यक्षता में सृजन के प्रशासक के कार्यों की समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया था. उसमें सीबीआइ इंस्पेक्टर सेहरावत ने उक्त जानकारी जिला सहकारिता पदाधिकारी को दी. पदाधिकारी ने अप्रसन्नता जाहिर की. सृजन के प्रशासक को निर्देश दिया गया कि सीबीआइ व अन्य जांच एजेंसियों द्वारा मांगे गये रेकॉर्ड्स व रिपोर्ट प्राथमिकता के तौर पर उन्हें उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें.
पत्राचार व स्पष्टीकरण का जवाब भी नहीं दे रहे प्रशासक रंजीत शंकर प्रसाद
सृजन से संबंधित सहकारिता विभाग द्वारा किये जा रहे पत्राचार व पूछे जा रहे स्पष्टीकरण का जवाब भी सृजन के प्रशासक रंजीत शंकर प्रसाद नहीं दे रहे. समीक्षा बैठक में यह बात सामने आयी कि सहकारिता कार्यालय से कई पत्रों के द्वारा विभिन्न विषयों पर सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड, सबौर से स्पष्टीकरण की मांग की गयी. लेकिन जवाब नहीं मिला. पूर्व निर्धारित बैठकों में भी प्रशासक रंजीत शंकर प्रसाद उपस्थित नहीं हुए. इसके कारण उनके द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा नहीं हो पायी. अपेक्षित कार्रवाई नहीं हो पायी. इसके लिए रंजीत शंकर प्रसाद को जिम्मेदार ठहराया गया.
चार पदाधिकारियों की हुई प्रतिनियुक्ति
सृजन से संबंधित लंबित कार्यों के निबटारे के लिए भागलपुर अंचल की सहयोग समितियां के पदाधिकारी प्रभाष चंद्र सिंह, आशित अजीत, रंजन कुमार व अनुपम कुमार की प्रतिनियुक्ति की गयी है. सृजन के प्रशासक को निर्देश दिया गया कि सृजन से संबंधित लंबित कार्य, प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों से लिये जानेवाले कार्य का ब्योरा दें.
सीबीआइ के लिए रिपोर्ट होगी तैयार, दिया गया कागज व कार्टेज
सीबीआइ व अन्य जांच एजेंसी को रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए सृजन के प्रशासक ने जिला सहकारिता पदाधिकारी से कागज, कार्टेज और प्रिंटर की मांग की. जिला सहकारिता पदाधिकारी ने उन्हें तत्काल कागज व कार्टेज उपलब्ध करा दिया.

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