शहर में वाहन पॉर्किंग नहीं लाेगों को होती है परेशानी

भागलपुर : शहर में सुबह से शाम जाम से लोग परेशान हैं. हर दिन स्कूली बच्चे से लेकर मरीज तक जाम में फंस रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस के लाख चाहने के बाद भी जाम खत्म नहीं हो रहा है. स्मार्ट सिटी बनने वाले भागलपुर में एक मोटर साइकिल तक के लिए पार्किंग स्थल नहीं है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 7, 2019 3:12 AM

भागलपुर : शहर में सुबह से शाम जाम से लोग परेशान हैं. हर दिन स्कूली बच्चे से लेकर मरीज तक जाम में फंस रहे हैं. ट्रैफिक पुलिस के लाख चाहने के बाद भी जाम खत्म नहीं हो रहा है. स्मार्ट सिटी बनने वाले भागलपुर में एक मोटर साइकिल तक के लिए पार्किंग स्थल नहीं है. नगर निगम द्वारा अस्थायी तौर पर दो साल पहले कुछ स्थानों पर ऑटो पार्किंग बनाया गया था, लेकिन सुविधा नहीं के बराबर. छह माह के बाद वह स्टैंड बंद हो गया. उसके बाद स्टैंड को लेकर बैठकें भी हुईं. फाइल भी बनी, लेकिन फाइल ठंडे बस्ते में चली गयी. पदाधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक ध्यान नहीं दे रहे हैं.

2015 में पार्किंग के लिए जगह हुई थी चिह्नित, मेयर व नगर आयुक्त को दी थी रिपोर्ट: 2015 में शहर में पार्किंग को लेकर जगह चिन्हित करने को लेकर स्थायी समिति में निर्णय लिया गया था. उस समय तत्कालीन मेयर दीपक भुवानियां ने कमेटी गठित की थी. जिसमें तत्कालीन डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर व कुछ पार्षद थे. इन पार्षदों ने जगह देखा, अमीन से नापी भी करवायी और अपनी रिपोर्ट मेयर दीपक भुवानियां और तत्कालीन नगर आयुक्त अवनीश कुमार सिंह को दिया. लेकिन इस पर कोई अमल नहीं हुआ और मामला ठंडे बस्ते में चला गया. पूर्व डिप्टी मेयर डॉ प्रीति शेखर के अनुसार टीचर ट्रेनिंग स्कूल से खलीफाबाद जाने वाले रास्ते, घंटाघर से नवयुग विद्यालय जाने वाले रास्ते, नाथनगर के चंपा पुल के किनारे, तिलकामांझी की ओर पार्किंग बननी थी.
सुझाव : प्रभात खबर शहर में लग रहे जाम और शहर में एक भी जगहों पर पाॅर्किंग स्थल नहीं होने को लेकर कई ऐसे स्थान को देखा, जहां पाॅर्किंग बन सकता है और लोग अपने वाहन को खड़ा कर सकते हैं. इससे निगम के राजस्व बढ़ेगा.
प्रभात खबर ने अपने सुझाव में सैंडिस कंपाउड से कचहरी रोड में खाली स्थान, घंटाघर से बड़ी पोस्ट ऑफिस वाले रास्ते, घंटाघर से नवयुग विद्यालय जाने वाले रास्ते और घंटाघर से मारवाड़ी पाठशाला जाने वाले रास्ते में खाली स्थान पर पाॅर्किंग बन सकता है. इससे जाम से राहत तो मिलेगी ही, पेड पार्किंग बनने से निगम के सोर्स ऑफ इनकम में भी बढ़ोतरी होगी.

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