अब फसलों पर ड्रोन से दवा का छिड़काव करेंगे िकसान
2020 में बीएयू को 10वें रैंक पर पहुंचाने का विवि ने लिया संकल्प विवि कैंपस में आयोजित किया गया नववर्ष समारोह भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में बुधवार को नववर्ष समारोह का आयोजन किया गया. कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में रिक्त पदों पर जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू […]
2020 में बीएयू को 10वें रैंक पर पहुंचाने का विवि ने लिया संकल्प
विवि कैंपस में आयोजित किया गया नववर्ष समारोह
भागलपुर : बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर में बुधवार को नववर्ष समारोह का आयोजन किया गया. कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय में रिक्त पदों पर जल्द ही भर्ती की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. इस दौरान एक ड्रोन का डेमोंसट्रेशन दिखाया गया, जो एक निश्चित ऊंचाई पर उड़ते हुए फील्ड पर पानी का फव्वारा छोड़ रहा था.
इसके बारे में विशेषज्ञ ने बताया कि आनेवाले दिनों में किसानों के लिए यह सुविधा वरदान से कम नहीं होगी. किसान ड्रोन के गैलन में पानी में दवा मिला कर डालेंगे और एक जगह खड़े रह कर अपने हाथों में रिमोट लेकर फसलों पर दवा का छिड़काव करेंगे. समारोह में मौजूद कुलपति डॉ अजय कुमार सिंह सहित सभी पदाधिकारियों, शिक्षकों व छात्र-छात्राओं ने इस तकनीक की सराहना की.
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय परिवार के सभी लोग नये वर्ष में नयी ऊर्जा व उत्साह के साथ काम करेंगे. उन्होंने कहा कि यह वर्ष एक संदेश लेकर आया है कि हमें ट्वेंटी-20 मैच की तरह सभी अधूरे कार्यों को पूरा करना है. पिछले वर्ष विवि ने 18वीं रैंक प्राप्त की थी, इस बार हमारा लक्ष्य 10 के अंदर रैंकिंग प्राप्त करने का है.
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में पहली बार मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर व कॉमनवेल्थ ऑफ लर्निंग, कनाडा के सहयोग से शुरू किया. इसमें देश के 5886 लोगों ने एनरोल किया और 1950 लोगों ने सफलतापूर्वक कोर्स को पूरा किया. इसी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष हम संरक्षित खेती पर काम शुरू करेंगे.
कर्मचारियों को जल्द मिलेगा एसीपी का लाभ : लंबे समय से लंबित कैश प्रक्रिया को जल्द ही शुरू करने की बात कुलपति नेकही और शिक्षकेतर कर्मचारियों को एसीपी का लाभ दिया जायेगा.
विश्वविद्यालय जलवायु परिवर्तन के कुप्रभावों से निबटने के लिए क्लाइमेट रेजिलिएंट एग्रीकल्चर कार्यक्रम व क्लाइमेट स्मार्ट विलेज के तहत किसानो के खेतों में क्लाइमेट स्मार्ट तकनीकियों का प्रत्यक्षण बृहद पैमाने पर शुरू कर दिया है.