मिल कर करें मानव शृंखला कामयाब
जिलाधिकारी ने की अपील, 11.30 से 12.00 बजे तक शृंखला में जरूर लें भाग मानव शृंखला में भाग लेनेवाले प्रत्येक लोग की वीडियोग्राफी बनेगी फिल्म भागलपुर : जल-जीवन-हरियाली के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रविवार को सड़कों, स्कूलों व वार्डों में बनायी जा रही मानव शृंखला में भाग लेने को लेकर जिलेवासियों में […]
जिलाधिकारी ने की अपील, 11.30 से 12.00 बजे तक शृंखला में जरूर लें भाग
मानव शृंखला में भाग लेनेवाले प्रत्येक लोग की वीडियोग्राफी बनेगी फिल्म
भागलपुर : जल-जीवन-हरियाली के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रविवार को सड़कों, स्कूलों व वार्डों में बनायी जा रही मानव शृंखला में भाग लेने को लेकर जिलेवासियों में काफी उत्साह है. जिलेवासियों का जिस तरह का सहयोग दिख रहा है, उससे यह लग रहा है कि मानव शृंखला में भाग लेनेवालों की संख्या 12 लाख को भी पार कर जायेगी.
यही उम्मीद भी है. यह बातें शनिवार को समीक्षा सभाकक्ष में आयोजित प्रेसवार्ता में जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने कही. उन्होंने जिलेवासियों से अपील भी की कि रविवार को 11.30 से 12.00 बजे तक आयोजित होनेवाली मानव शृंखला में जरूर भाग लें, ताकि विश्व के सबसे महत्वपूर्ण विषय जल-जीवन-हरियाली के प्रति हम अपनी सजगता प्रस्तुत कर सकें.
वीडियोग्राफरों का मोबाइल जीपीएस से रहेगा कनेक्ट : जिलाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक पांच किलोमीटर पर बाइक सवार वीडियोग्राफर रहेंगे. उनके मोबाइल जीपीएस से कनेक्ट रहेंगे, ताकि राज्य स्तर से मॉनिटरिंग की जा सके. इसमें सभी लोगों को वीडियो में शामिल किया जायेगा. बाद में इसे समेकित करते हुए फिल्म तैयार कर राज्य सरकार को भेजा जायेगा. राज्य भर में 12 हेलीकॉप्टर व तीन हवाई जहाज से भी वीडियो कैप्चर होगा.
सभी स्कूल व विवि से अनुरोध, जरूर लें भाग : जिलाधिकारी ने कहा कि सभी स्कूलों, विश्वविद्यालयों व अन्य संस्थानों से यह अनुरोध किया गया है कि इस महाअभियान में जरूर भाग लें. सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रत्येक एक किलोमीटर पर सेक्टर मजिस्ट्रेट व पुलिस तैनात रहेंगे. प्रत्येक पांच किलोमीटर पर एंबुलेंस होगा. जनप्रतिनिधियों ने कहा है कि उनके क्षेत्र के लोग बड़ी संख्या में भाग लेंगे.
विक्रमशिला सेतु विभिन्न सेक्टर में विभक्त : विक्रमशिला सेतु को विभिन्न सेक्टर में विभक्त किया गया है. निजी विद्यालयों ने भी स्वेच्छा से भाग लेने की बात कही है. हर रूट पर प्रत्येक 100 मीटर पर कोड दिया गया है और कर्मियों की तैनाती की गयी है.