बाल श्रम रोकने को सड़क पर निकलेगा तीन विभाग

भागलपुर : अपराध अनुसंधान विभाग पटना के पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग के निर्देश पर सूबे में एक से 29 फरवरी तक बचपन बचाओ अभियान के तहत राज्य कार्रवाई माह चलाया जायेगा. इस अभियान में ऐसे लोगों पर सीधी कार्रवाई होगी जो अपने यहां बाल श्रमिकों से काम करा रहे हैं. इस अभियान को पुलिस विभाग, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2020 3:05 AM

भागलपुर : अपराध अनुसंधान विभाग पटना के पुलिस महानिरीक्षक कमजोर वर्ग के निर्देश पर सूबे में एक से 29 फरवरी तक बचपन बचाओ अभियान के तहत राज्य कार्रवाई माह चलाया जायेगा. इस अभियान में ऐसे लोगों पर सीधी कार्रवाई होगी जो अपने यहां बाल श्रमिकों से काम करा रहे हैं. इस अभियान को पुलिस विभाग, राज्य श्रम संसाधन विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग आरंभ करेगा.

तीन विभाग एक साथ चलायेंगे अभियान : पुलिस विभाग, राज्य श्रम संसाधन विभाग तथा महिला एवं बाल विकास विभाग तीनों मिल कर इस अभियान को एक साथ चलायेंगे. इसमें सभी विभाग आपस में तालमेल बैठा ले. जिसके बाद सभी एक साथ एक्शन के लिए निकले. एक माह तक लगातार इसको लेकर छापेमारी की जायेगी.
इस दौरान भारत सरकार के श्रम एवं नियोजन मंत्रालय के मानक का अनुपालन कराना है. वहीं इसमें जिला में मानव व्यापार निरोध इकाई, विशेष किशोर पुलिस इकाई के सदस्य भी थाना स्तर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायेंगे.
मुक्त बच्चों के लिए होगी अलग पंजी : अभियान के दौरान थाना स्तर से मुक्त कराएं बच्चों की एक अलग पंजी बनायी जायेगी. इसमें बच्चों को कहां से मुक्त कराया गया है. इसको किसने अपने यहां काम पर रखा था समेत सभी जरूरी जानकारी दर्ज होगी. पंजी के आधार पर इसकी रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जायेगी. जिससे बाल श्रमिक असल में कितने मुक्त हुए इसकी जानकारी मिल सके.
स्टेशन चौक से लेकर होटल में बाल श्रमिक : जिले में बालश्रम को देखना है तो होटल से स्टेशन चौक पर आसानी से देखा जा सकता है. जब विभाग कार्रवाई करना आरंभ करता है, तो बच्चों को यहां से हटा दिया जाता है. जब मामला शांत हो जाता है, तो फिर से बच्चों को काम पर लगा दिया जाता है.

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