जांच में नहीं, रॉल नंबर में गड़बड़ी

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में बुधवार को परीक्षा बोर्ड की बैठक हुई. बीएससी पार्ट वन व पार्ट टू के घोषित परीक्षाफल के सिलसिले में मुख्य रूप से चर्चा हुई. बीएससी पार्ट वन ऑनर्स गणित, भौतिकी व अन्य कुछ विषयों में विद्यार्थियों के द्वारा कम अंक मिलने की शिकायत की गयी थी, जिस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2014 7:56 AM

भागलपुर: तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति कार्यालय में बुधवार को परीक्षा बोर्ड की बैठक हुई. बीएससी पार्ट वन व पार्ट टू के घोषित परीक्षाफल के सिलसिले में मुख्य रूप से चर्चा हुई.

बीएससी पार्ट वन ऑनर्स गणित, भौतिकी व अन्य कुछ विषयों में विद्यार्थियों के द्वारा कम अंक मिलने की शिकायत की गयी थी, जिस पर विवि ने रैंडमली उत्तरपुस्तिकाओं की जांच संबंधित विषय के शिक्षकों से करवायी गयी थी. इसमें पाया गया कि मूल्यांकन सही हुआ है और मार्क्‍स देने में त्रुटि नहीं हुई है. बोर्ड ने निर्णय लिया कि गड़बड़ी नहीं पायी गयी है, इसलिए आगे की कार्रवाई नहीं की जा सकती है. इसी तरह बीएससी पार्ट टू ऑनर्स में विद्यार्थियों के द्वारा बहुत कम मार्क्‍स देने की शिकायत की गयी थी.

इसके बाद विवि ने जांच के लिए चार सदस्यों की समिति डीएसडब्ल्यू की अध्यक्षता में बनायी थी. समिति ने अपनी रिपोर्ट को कुलपति को सौंप दी थी. इसे परीक्षा बोर्ड में रखा गया. रिपोर्ट में कहा गया कि उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में त्रुटि नहीं है, इसलिए इसे पुन: जांच की आवश्यकता नहीं है. रॉल नंबर व पंजीयन नंबर आदि में त्रुटि पायी गयी है, जिसे दूर करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य हो रहा है ताकि पेंडिंग दुरुस्त किया जा सके.

इसके साथ-साथ कुछ विद्यार्थियों के परीक्षाफल को लेकर भी अलग-अलग समस्या थी. इस पर सहानुभूति के साथ विचार किया गया. कुलपति जब कहलगांव गये थे, तो बीए पार्ट थ्री मनोविज्ञान की छात्रओं ने कहा था कि उन्हें प्रैक्टिकल में फेल कर दिया गया है. इस समस्या को भी परीक्षा बोर्ड में रखा गया.

निर्णय लिया गया कि प्रायोगिक परीक्षा दोबारा ली जायेगी. बैठक में प्रतिकुलपति, छह संकाय के अध्यक्ष प्रो एसपी राय, प्रो रुखसाना नसर, प्रो बीपी सिंह, प्रो तुलाकृष्ण झा, डॉ विजय सिंह, डॉ सत्येंद्र, परीक्षा नियंत्रक डॉ अरुण कुमार सिंह, ओएसडी डॉ निरंजन प्रसाद यादव, पवन कुमार सिन्हा उपस्थित थे.

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