दर्शन है बुनियादी शिक्षा : डॉ रामजी सिंह

भागलपुर: बुनियादी विद्यालय के पुन: नवीकरण व सशक्तीकरण विषय को लेकर सोमवार को गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक हुई. मौके पर पूर्व सांसद व पूर्व कुलपति डॉ रामजी सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार बुनियादी विद्यालय की दिशा में जो प्रयास कर रही है, उसमें कई खामियां है. सरकार बुनियादी विद्यालय को केवल स्कूल छोड़ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

भागलपुर: बुनियादी विद्यालय के पुन: नवीकरण व सशक्तीकरण विषय को लेकर सोमवार को गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक हुई. मौके पर पूर्व सांसद व पूर्व कुलपति डॉ रामजी सिंह ने कहा कि नीतीश सरकार बुनियादी विद्यालय की दिशा में जो प्रयास कर रही है, उसमें कई खामियां है. सरकार बुनियादी विद्यालय को केवल स्कूल छोड़ने वाले छात्रों के लिए खोल रही है, यह गलत है. बुनियादी शिक्षा एक नया दर्शन है.

इसे मुख्य धारा की शिक्षा के साथ नहीं चलाया जा सकता है. डॉ सिंह ने कहा कि वे राज्य सरकार से मांग करेंगे कि बुनियादी विद्यालयों के संचालन के लिए स्वायत्त प्राप्त बुनियादी बोर्ड का गठन किया जाये. बुनियादी विद्यालयों को आदर्श विद्यालय मान कर नवोदय विद्यालय व सिमुलतला आवासीय विद्यालय की तर्ज पर विकसित की जाये.

इस दौरान निर्णय लिया गया कि बुनियादी विद्यालय को लेकर पटना में एक सेमिनार आयोजित किया जायेगा. बैठक में प्रतिष्ठान के अध्यक्ष राम शरण, प्रो (डॉ) मनोज कुमार, डॉ नृपेंद्र मोदी, प्रो फारूक अली, वासुदेव भाई, प्रकाश चंद्र गुप्ता, डॉ सुधांशु शेखर, संजय कुमार, कपिल देव कृपाला, सूरज कुमार, अक्षय कुमार, कुमार संतोष, ओंकार, नवल किशोर सिंह आदि उपस्थित थे.

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