भागलपुर: भागलपुर रेलवे स्टेशन के विश्रम गृह(वेटिंग रूम) छह में रविवार को पटना हाइकोर्ट के अधिवक्ता व भवनाथपुर निवासी उमाकांत प्रसाद चौधरी (62) का निधन हो गया. जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया . जीआरपी और आरपीएफ प्रथम दृष्टया में इसे हर्ट-अटैक मान रही है. पुलिस का कहना और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पूरी जानकारी हो सकेगी. घटना की सूचना मिलते ही मृतक का भतीजा,भांजा व चचेरा भाई स्टेशन पहुंचे.
केयर टेकर हृदयनाथ महतो ने बताया कि शनिवार को श्री चौधरी ने अपने नाम से कमरा नंबर छह 28 अप्रैल तक बुक कराया था. रविवार की सुबह आठ बजे जब डयूटी पर आया तो देखा रूम बंद है. काफी देर हो जाने के बाद भी रूम नहीं खुला. इस बात की सूचना स्टेशन प्रबंधक को दी.
स्टेशन प्रबंधक ओंकार प्रसाद ने बताया कि कि दरवाजा नहीं खोलने पर इस की सूचना आरपीएफ इंस्पेक्टर नीरज कुमार व जीआरपी थाना प्रभारी बिंदेश्वरी प्रसाद को दी. उन्होंने बताया कि रविवार को लगभग 3:40 बजे दरवाजा तोड़ा गया तो देखा कि उमाकांत प्रसाद चौधरी बाथरूम में गिरे हुए थे. उन्होंने बताया कि वे अक्सर यहां आते थे और वेटिंग रूम में ठहरते थे. कमरे में उनका सामान और मोबाइल पड़ा था. उनके गांव के एक आदमी ने बताया कि वह पटना में ही अपने परिवार के साथ रहते थे.