profilePicture

इंडेन : नहीं लग रहा नंबर, परेशानी

भागलपुर: शहर के इंडेन कंपनी के उपभोक्ता गैस के लिए नंबर ही नहीं लगा पा रहे हैं. इस वजह से उपभोक्ताओं के समक्ष असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए एसएमएस के जरिये ऑनलाइन नंबर लगाने की व्यवस्था शुरू होने के बाद से ही परेशानी बढ़ गयी है. प्रभात खबर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2014 5:22 AM

भागलपुर: शहर के इंडेन कंपनी के उपभोक्ता गैस के लिए नंबर ही नहीं लगा पा रहे हैं. इस वजह से उपभोक्ताओं के समक्ष असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए एसएमएस के जरिये ऑनलाइन नंबर लगाने की व्यवस्था शुरू होने के बाद से ही परेशानी बढ़ गयी है.

दरअसल, गैस एजेंसियों द्वारा उपभोक्ताओं को सही तरीके से एसएमएस भेजने की जानकारी ही नहीं दी गयी है और न ही इसे प्रचारित किया गया है. इस वजह से उपभोक्ता अपने मोबाइल से मैसेज तो भेज देते हैं, लेकिन उसमें तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई बार मैसेज कंपनी की साइट तक नहीं पहुंचता है और उनका नंबर भी नहीं लगता है.

उधर, मैसेज सेंड हो जाने व अकाउंट से पैसा कट जाने के कारण उपभोक्ता समझते हैं कि उनका नंबर लग गया, लेकिन ऐसा होता नहीं है. उन्हें इसकी जानकारी तब मिलती है, जब इसकी पुष्टि करने वाला रिटर्न मैसेज उनके पास नहीं पहुंचता है. इंडेन कंपनी के उपभोक्ता पंकज कुमार, आदमपुर निवासी दिनेश कुमार शर्मा आदि ने बताया कि एसएमएस भेजने के संबंध में गैस एजेंसियों द्वारा जागरूक नहीं किया गया है. कई उपभोक्ताओं को यह पता भी नहीं है कि अब एसएमएस के जरिये ही नंबर लगाया जा सकेगा और यह एसएमएस किस प्रकार भेजा जायेगा. कंपनी या एजेंसी संचालकों द्वारा इसका प्रचार-प्रसार नहीं करने के कारण यह परेशानी आ रही है.

सही तरीके से नहीं मिल रहे एसएमएस
शंकर गैस एजेंसी के संचालक शंकर प्रसाद ने बताया कि फिलहाल गैस की कोई किल्लत नहीं है. केवल उपभोक्ताओं द्वारा सही तरीके से एसएमएस नहीं भेजने के कारण थोड़ी परेशानी आ रही है. क्योंकि अब केवल एसएमएस के जरिये ही नंबर लगाने की व्यवस्था दी गयी है. उन्होंने बताया कि एसएमएस भेजने के संबंध में सारी जानकारी उपभोक्ताओं को दी गयी है और दी भी जा रही है. उपभोक्ता एसएमएस भेजने के क्रम में स्पेस की जगह डैश या हाइफन का प्रयोग कर देते हैं, जिसकी वजह से गड़बड़ी हो जाती है. उन्होंने बताया कि इसको लेकर उपभोक्ताओं को जागरूक किया जा रहा है. एजेंसी संचालक ने कहा कि अब यह परेशानी धीरे-धीरे कम होती जा रही है. उन्होंने उम्मीद जतायी कि जल्द ही यह परेशानी दूर हो जायेगी और उपभोक्ता को इससे काफी सहूलियत मिलेगी.

Next Article

Exit mobile version