पांच लाख छात्रों को घोषणा सुना कर चुप हो गया बीएसइबी

भागलपुर: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का पहला क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर में खुलना था. इसकी घोषणा पिछले वर्ष बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने की थी. क्षेत्रीय कार्यालय खुल गया होता, तो भागलपुर व इसके आसपास के नौ जिले के तकरीबन पांच लाख छात्र-छात्राएं लाभान्वित होते. लेकिन यह घोषणा धरातल पर नहीं उतर पायी. आज […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2014 5:22 AM

भागलपुर: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का पहला क्षेत्रीय कार्यालय भागलपुर में खुलना था. इसकी घोषणा पिछले वर्ष बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष ने की थी. क्षेत्रीय कार्यालय खुल गया होता, तो भागलपुर व इसके आसपास के नौ जिले के तकरीबन पांच लाख छात्र-छात्राएं लाभान्वित होते. लेकिन यह घोषणा धरातल पर नहीं उतर पायी. आज भी जिला स्कूल परिसर स्थित कंप्यूटर सेंटर बीएसइबी के क्षेत्रीय कार्यालय खुलने का इंतजार कर रहा है, जहां यह कार्यालय तात्कालिक रूप में खोलने का निर्णय लिया गया था.

समिति के अध्यक्ष राजमणि सिंह ने पिछले वर्ष पांच फरवरी को जिला स्कूल में क्षेत्रीय कार्यालय के लिए स्थान भी चिह्न्ति किया था. स्कूल व प्रमंडलीय प्रशासन द्वारा कागजी प्रक्रिया भी पूरी कर दी गयी.

बावजूद इसके समिति ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया. पिछले साल पांच फरवरी को जिला स्कूल में स्थल निरीक्षण करने के बाद समिति के अध्यक्ष राजमणि सिंह ने क्षेत्रीय कार्यालय खोलने की घोषणा की थी. पिछले वर्ष ही 24 मई को अध्यक्ष दोबारा भागलपुर पहुंचे. उन्होंने कहा था कि मैट्रिक व इंटर का रिजल्ट प्रकाशित होने के बाद कार्यालय खोल देंगे. पिछले वर्ष जून के पहले सप्ताह में ही मैट्रिक व इंटर का रिजल्ट प्रकाशित हो गया था, लेकिन कार्यालय खोलने की दिशा में पहल नहीं हुई. जिला स्कूल ने पहले ही अनापत्ति प्रमाणपत्र प्रमंडलीय आयुक्त को सौंपा था. आयुक्त ने इसे वर्ष 2013 में ही बीएसइबी को भेज दिया था.

बीएसइबी के अध्यक्ष ने लिया था निर्णय

बीएसइबी के अध्यक्ष श्री सिंह ने बताया था कि क्षेत्रीय कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही यहां रिजल्ट तैयार करने, संबद्धता आदि का काम होना शुरू हो जायेगा. इसके बाद जिला स्कूल परिसर में भवन निर्माण कार्य आरंभ कर दिया जायेगा. भवन निर्माण 9025 वर्गफीट के कारपेट एरिया में होगा. यह भवन चार मंजिल का होगा. नीचे के तल्ले का उपयोग समिति कार्यालय करेगा. शेष तल्ले का उपयोग जिला स्कूल करेगा, जबकि उसकी देखरेख समिति करेगी. प्रत्येक तल्ले पर परीक्षा भवन के लिए 83 गुणा 39 वर्गफीट का हॉल होगा. प्रत्येक तल्ले पर इस तरह का दो कमरा होगा, जिसमें तकरीबन 2000 बच्चे परीक्षा में शामिल हो पायेंगे. भवन निर्माण में नौ से 10 करोड़ की लागत आयेगी. यह राशि स्वीकृत है और समिति के पास है.

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