मारवाड़ी पाठशाला: लोगों का आरोप, पुलिस बरसाने लगी लाठियां
भागलपुर: पुलिस की लापरवाही से कुछ देर के लिए मारवाड़ी पाठशाला गेट पर अराजक स्थिति पैदा हो गयी. जिन तीन सदस्यों को पुलिस ने पीटा था, उन्हें तत्काल कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया, इससे बिहारी साह दुर्गा पूजा समिति के सदस्य आक्रोशित हो गये और तुरंत बैठक कर प्रतिमा नहीं विसजिर्त करने का […]
भागलपुर: पुलिस की लापरवाही से कुछ देर के लिए मारवाड़ी पाठशाला गेट पर अराजक स्थिति पैदा हो गयी. जिन तीन सदस्यों को पुलिस ने पीटा था, उन्हें तत्काल कोतवाली पुलिस ने हिरासत में ले लिया, इससे बिहारी साह दुर्गा पूजा समिति के सदस्य आक्रोशित हो गये और तुरंत बैठक कर प्रतिमा नहीं विसजिर्त करने का निर्णय लिया. समिति का कहना था कि पुलिस ने नाहक तीन सदस्यों को पीटा है. जो काम बात से हो सकती थी उसे पुलिस ने लाठी के जोर पर किया है.
भगदड़ की सूचना मिलते ही डीएम, एसएसपी, एसडीओ, एएसपी समेत तमाम पुलिस और प्रशासनिक अमला मारवाड़ी पाठशाला पहुंचे. उधर, दुर्गा पूजा महासमिति के सदस्य भी मौके पर पहुंच स्थिति का जायजा लिया और बिहारी साह दुर्गा पूजा समिति के सदस्यों से मिले. सदस्यों ने कहा कि जब तक हिरासत में लिये गये तीनों सदस्यों को नहीं छोड़ा जाता है, तब तक प्रतिमा का विसजर्न नहीं होगा. पुलिस के खिलाफ आक्रोश को देख मौके पर रैफ की तैनाती कर दी गयी है. देर रात तक महासमिति के लोग एसएसपी से वार्ता करने में जुटे हुए थे, लेकिन समाचार लिखे जाने तक कोई निर्णय नहीं हो पाया था.
रात भर घूमते रहे डीएम-एसएसपी
भागलपुर. पटना हादसे के बाद राज्य सरकार ने भागलपुर समेत सभी जिलों को विशेष सतर्कता बरतने का आदेश जारी किया है. घटना के बाद भागलपुर में डीएम डॉ वीरेंद्र यादव व एसएसपी विवेक कुमार शुक्रवार को दो बजे तक सड़कों पर घूमते रहे और हर पूजा-पंडाल का जायजा लिया. भीड़-भाड़ वाले इलाके में खुद एसएसपी तैनात होकर भीड़ को नियंत्रित कर रहे थे. दोनों अधिकारियों के रात भर सड़क पर रहने के कारण पुलिस और प्रशासन के सभी अधीनस्त अधिकारी-कर्मी अपने कर्तव्य में तत्पर दिखे. एसएसपी ने कई स्थानों पर पाया कि तैनात पुलिसकर्मियों में कई नदारद हैं. उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है. रात करीब दो बजे तक दोनों अधिकारी शहर में घूमते रहे. जब भीड़ थम गयी, तो दोनों अधिकारी अपने आवास की ओर रवाना हुए.
विसजर्न को ले तगड़ी सुरक्षा
भागलपुर. दुर्गा पूजा विसजर्न को लेकर पूरे जिले में साढ़े आठ हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है. भागलपुर अनुमंडल में 206 प्वाइंट और कहलगांव अनुमंडल में 71 प्वाइंट बनाये गये हैं. एक प्वाइंट पर 1-4 का सशस्त्र बल और 20-1 के लाठी बल की तैनाती की गयी है.कुल 277 पुलिस अफसरों की तैनाती की गयी है. डीएम-एसएसपी की ओर से जारी संयुक्त जिला आदेश में कहा गया है कि विसजर्न समाप्ति तक सारे पुलिसकर्मियों की तैनाती रहेगी. सभी विसजर्न मार्गो को संवेदनशील घोषित किया गया है. स्टेशन चौक से सारी प्रतिमाएं कोतवाली, आदमपुर होते हुए कोयला घाट के रास्ते मुसहरी घाट तक जायेगी.
साजिशन फैलायी गयी अफवाह
ऐतिहासिक गांधी मैदान में रावधवध देखने आये लोग अचानक बदइंतजामी और अफवाह के दुष्चक्र में ऐसे फंसे कि दशहरे का उत्साह उनकी जिंदगी पर भारी पड़ गया. शुक्रवार की देर शाम गांधी मैदान के बाहर निकल रही भीड़ में भगदड़ मच गयी, जिससे 33 लोगों की मौत हो गयी, जबकि 32 लोग घायल हो गये. मृतकों में दो को छोड़ कर बाकी सभी महिलाएं और बच्चे हैं. घायलों में पांच की हालत गंभीर है. शनिवार की देर रात पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की, जिसमें पुलिस ने बिजली का तार गिरने की अफवाह को हादसे का मुख्य कारण बताया है और इसे एक साजिश बतायी है. इधर, शनिवार की सुबह एडीजी व गृह सचिव ने घटना की जांच शुरू कर दी. इस मामले की सात से नौ अक्तूबर तक समाहरणालय में जनसुनवाई होगी.