भागलपुर: डीआइजी संजय सिंह ने बरारी के थानेदार विजय चंद्र शर्मा (2009 बैच) को निलंबित कर दिया है. थानेदार शर्मा पर कई गंभीर आरोप लगे थे. बिना कारण एक हाइवा गाड़ी को जब्त कर उसके मालिक को तीन दिनों तक परेशान किया.
यही नहीं, डीआइजी ने जब इस पर स्पष्टीकरण पूछा तो समय पर उसका जवाब तक नहीं दिया. थानेदार के मनमाने पूर्ण रवैया को लेकर डीआइजी ने अपर पुलिस अधीक्षक फरोगुद्दीन व डीआइजी कार्यालय में पदस्थापित डीएसपी अमरनाथ तिवारी को मामले की जांच का निर्देश दिया. दोनों अधिकारियों ने संयुक्त रूप से मामले की जांच की. जांच में थानेदार पर लगा सारा आरोप सही पाया गया. जांच अधिकारियों की रिपोर्ट मिलते ही डीआइजी ने थानेदार को निलंबित करने का निर्देश जारी किया.
पहला कारण
23 सितंबर को बरारी थानेदार विजय चंद्र शर्मा ने एक हाइवा गाड़ी पकड़ी. 26 सितंबर तक उक्त गाड़ी को अपने कब्जे में रखा और उस पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की. तीन दिनों तक गाड़ी को मालिक, चालक और खलासी को थाना दौड़वाते रहे. पीड़ित गाड़ी मालिक ने थानेदार की शिकायत डीआइजी से की. डीआइजी ने मामले को गंभीरता से लिया और इसकी जांच का निर्देश दिया था.
दूसरा कारण
हाइवा मामले में डीआइजी ने बरारी थानेदार से स्पष्टीकरण पूछा था और जल्द से जल्द इसका जबाव देने का निर्देश दिया था. लेकिन 15 दिन बाद भी थानेदार ने डीआइजी के स्पष्टीकरण का जबाव नहीं दिया. यह घोर अनुशासनहीनता और वरीय पुलिस अधिकारी के आदेश की अवहेलना है.
तीसरा कारण
जांच में डीआइजी ने पाया कि बरारी थाने की स्टेशन डायरी 10-10 दिनों से लंबित चल रहा था. जांच अधिकारियों ने इस बात का उल्लेख भी अपनी रिपोर्ट में किया. स्टेशन डायरी पेडिंग रखना घोर लापरवाही को मनमानेपन को
दर्शाता है.
बरारी थानेदार के खिलाफ शिकायत मिली थी. उसकी जांच करायी गयी तो मामला सही पाया गया. जांच रिपोर्ट के आते ही थानेदार विजय चंद्र शर्मा को निलंबित करने का निर्देश दिया गया है.
संजय सिंह, डीआइजी