भागलपुर: एकतरफा प्यार में एक सनकी प्रेमी ने पड़ोसी युवती की शादी लगने के बाद उससे छेड़खानी की और शादी के लिए उस पर दबाव बनाया. युवती दिल्ली-कोलकाता में पढ़ने गयी तो वहां भी सनकी प्रेमी पहुंच गया और युवती को परेशान करने लगा. युवती की शादी तय हो गयी तो प्रेमी ने शादी तोड़वाने का प्रयास किया और लड़की व लड़की पक्ष के लोगों को धमकाया. चेतावनी दी कि अगर युवती की शादी हुई तो वह वर की हत्या कर देगा.
युवती ने माता-पिता को घटना की जानकारी, तो मामला तिलकामांझी पुलिस के पास पहुंचा. पुलिस ने फौरी कार्रवाई करते हुए सनकी प्रेमी दीपक सिंह (पिता विनोद सिंह) को गिरफ्तार कर लिया. वह तिलकामांझी थाना क्षेत्र के विक्रमशिला कॉलोनी का रहनेवाला है. पीड़िता भी आरोपी दीपक के पड़ोस में रहती है. घटना को लेकर युवती ने दीपक सिंह के खिलाफ थाने में छेड़खानी और धमकी देने की प्राथमिकी दर्ज करायी है.
शादी हुई तो वर की हत्या कर देंगे
युवती के मुताबिक आरोपी दीपक की छोटी बहन और युवती दोनों सहेली हैं. इस कारण दीपक का युवती के घर आना-जाना था. पिछले छह माह से दीपक का व्यवहार बदल गया था और वह युवती से प्यार होने की बात करने लगा था. युवती ने इसका विरोध किया, लेकिन कोई न कोई बहना बना कर अपनी बहन से युवती को घर पर बुलवा लेता था. 19 व 27 सितंबर को युवती के मोबाइल पर दीपक ने एसएमएस भेज कर कहा कि यह शादी नहीं हो सकती है. कोई युवती को छुएगा तो वह उसे छोड़ेगा नहीं. 27 नवंबर को युवती की शादी होनेवाली है. 21 अक्तूबर को धनतेरस के दिन जब युवती के माता-पिता खरीदारी करने बाजार गये थे तो युवक ने उसके घर में घुस कर छेड़खानी की. युवती का हाथ पकड़ा लिया. युवती ने हो-हल्ला किया तो मोहल्लेवासियों ने युवती अस्मत बचायी. पुन: 28 अक्तूबर को दीपक युवती के घर पहुंच और युवती के माता-पिता को धमकी दी कि अगर उसकी (युवती) की शादी हुई तो परिणाम बुरा होगा. वर को जान मार देंगे.
छोड़ दी एमबीए की पढ़ाई
पीड़ित युवती कोलकाता से एमबीए कर रही है. लेकिन दीपक की छेड़खानी से आजिज होकर युवती ने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. क्योंकि दीपक कोलकाता जाकर युवती को परेशान करता था और उससे छेड़खानी करता था. युवती दिल्ली गयी तो प्रेमी वहां भी पहुंच कर उसका पीछा करने लगा. इस कारण वह पढ़ाई छोड़ भागलपुर लौट आयी.
24 घंटे के भीतर चाजर्शीट तैयार
युवती के बयान पर 29 अक्तूबर को तिलकामांझी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. केस के आइओ खुद थानेदार नीरज कुमार सिंह हैं. उन्होंने 24 घंटे के भीतर मामले की जांच कर आरोपी दीपक के खिलाफ चाजर्शीट तैयार कर ली. कोर्ट में छुट्टी रहने के कारण चाजर्शीट कोर्ट में दायर नहीं हो पाया.