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भागलपुर विश्वविद्यालय :14 घंटे तक कमरे में कैद कर छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास, शिक्षकों पर भी संदेह

भागलपुर : तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में शुक्रवार की रात वहां के सहायक क्लर्क ने पीजी की एक नि:शक्त छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास किया. छात्रा को करीब 14 घंटे तक विभाग के एक कमरे में कैद रखा और उसके साथ छेड़छाड़ की. कमरा बंद देख रात में नाइट गार्ड को शक […]

भागलपुर : तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में शुक्रवार की रात वहां के सहायक क्लर्क ने पीजी की एक नि:शक्त छात्रा से दुष्कर्म का प्रयास किया. छात्रा को करीब 14 घंटे तक विभाग के एक कमरे में कैद रखा और उसके साथ छेड़छाड़ की. कमरा बंद देख रात में नाइट गार्ड को शक हुआ, इसके बाद मामले का खुलासा हुआ. पुलिस ने आरोपी सहायक क्लर्क नरेश को गिरफ्तार कर लिया.
पीड़ित छात्रा पीजी थर्ड सेमेस्टर में पढ़ रही है. पूरे मामले में हिंदी विभाग के अधिकारियों से लेकर कर्मचारियों तक की भूमिका संदेह के घेरे में है. क्योंकि 14 घंटे तक छात्रा विभाग के एक कमरे में कैद रही और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. पुलिस ने सहायक क्लर्क के अलावा विभागीय शिक्षक डॉ नृपेंद्र वर्मा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. विभागीय शिक्षक वर्मा पर छात्रा को धमकाने और आरोपी को मदद करने का आरोप है.छात्रासराय के एक गर्ल्‍स हॉस्टल में रहती है. वह एक पैर से नि:शक्त है.
सुबह 8 से रात 10 बजे तक कैद रही छात्रा
छात्रा ने बताया कि आरोपित क्लर्क नरेश तिवारी ने दस हजार रुपये नंबर बढ़वाने के लिए मांगा था. नहीं तो कैरियर बरबाद करने की धमकी दी थी. सात नवंबर की सुबह सवा आठ बजे छात्रा हिंदी विभाग गयी. वहां पहले से क्लर्क नरेश तिवारी मौजूद था. छात्रा ने क्लर्क को पांच हजार रुपये दिये. पैसे लेने के बाद क्लर्क ने छात्रा को विभाग एक खाली कमरे में बंद कर दिया. उस कमरे में सोफा भी लगा था. रात करीब दस बजे क्लर्क ने कमरा खोला और छात्रा के साथ छेड़छाड़ शुरू कर दी. कमरा बंद कर क्लर्क ने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया. छात्रा के चिल्लाने की आवाज सुन कर नाइट गार्ड छट्ठ यादव वहां आ गये.
छात्रा के साथ छेड़छाड़ मामले की जांच करेगी कमेटी
हिंदी विभाग में हुई इस घटना की जांच विश्वविद्यालय प्रशासन भी अपने स्तर से करेगा. इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने कमेटी गठित करने का निर्णय लिया है. कमेटी की रिपोर्ट पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी.
कुलपति प्रो रमा शंकर दुबे ने बताया कि स्नातकोत्तर हिंदी विभाग की अध्यक्ष डॉ विद्या रानी से रिपोर्ट मांगी गयी है. एक कमेटी गठित करने का निर्देश दे दिया गया है, जो विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद जांच करेगी. डॉ दुबे ने बताया कि जिस कर्मचारी पर आरोप लगा है, उन्हें सेवा से मुक्त कर दिया जायेगा. विभाग के शिक्षक डॉ नृपेंद्र प्रसाद वर्मा पर छात्रा द्वारा थाना में आकर कर्मचारी का पक्ष लेते हुए डांटने के आरोप को भी कुलपति ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने बताया कि डॉ वर्मा के मोबाइल पर संपर्क किया गया था. उन्होंने शहर से बाहर होने की बात कही थी. विश्वविद्यालय आने के बाद डॉ वर्मा से पूछताछ की जायेगी.
थाने में शिक्षक ने छात्र को धमकाया
छट्ठ ने मामले की जानकारी विभागाध्यक्ष को दी. उन्होंने विवि पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित क्लर्क नरेश तिवारी को गिरफ्तार कर लिया. घटना की जानकारी पाकर विभागीय शिक्षक डॉ नृपेंद्र वर्मा विवि थाना पहुंचे और उल्टे छात्र को धमकाने लगे. डॉ वर्मा ने आरोपित क्लर्क का पक्ष लेते हुए छात्र पर ही आरोप लगा डाला.

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