प्रकृति की गोद में बीतनेवाला जीवन सर्वोत्तम

भागलपुर. स्नातकोत्तर गांधी विचार विभाग में आयोजित 10 दिवसीय योग व प्राकृतिक शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम में दूसरे दिन गुरुवार को गांधीजी के कुदरती उपचार के प्रयोग पर व्याख्यान हुआ. गांधी स्मार प्राकृतिक चिकित्सा समिति की ओर से आयोजित व्याख्यान में वैद्य देवेंद्र कुमार गुप्त ने कहा कि गांधी की नजर में प्रकृति की गोद में बिताया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 13, 2014 11:05 PM

भागलपुर. स्नातकोत्तर गांधी विचार विभाग में आयोजित 10 दिवसीय योग व प्राकृतिक शिक्षण-प्रशिक्षण कार्यक्रम में दूसरे दिन गुरुवार को गांधीजी के कुदरती उपचार के प्रयोग पर व्याख्यान हुआ. गांधी स्मार प्राकृतिक चिकित्सा समिति की ओर से आयोजित व्याख्यान में वैद्य देवेंद्र कुमार गुप्त ने कहा कि गांधी की नजर में प्रकृति की गोद में बिताया जानेवाला जीवन सर्वोत्तम होता है. गांधीजी तन, मन और आत्मा के स्वस्थ रखने पर विश्वास करते थे. इसी धारणा को लेकर गांधीजी ने उरुलीकांचन में कुदरती उपचार केंद्र का निर्माण किया. इस मौके पर प्रो परमानंद सिंह, योगेश पंडित व छात्र-छात्राएं मौजूद थे.

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