कुप्पाघाट खतरे में, कॉलेज पर भी संकट

भागलपुर: गंगा कटाव निरोधी कार्य पर जल संसाधन विभाग ने जनवरी से लेकर अबतक में करोड़ों रुपये का कार्य कराया है, लेकिन इस पर विराम नहीं लग रहा है. कटाव निरंतर जारी है. हाल के कुछ दिन पहले गंगा का जल स्तर ज्यों-ज्यों बढ़ रहा है, त्यों-त्यों कटाव में भी तेजी आने लगी है. फिलहाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:51 PM

भागलपुर: गंगा कटाव निरोधी कार्य पर जल संसाधन विभाग ने जनवरी से लेकर अबतक में करोड़ों रुपये का कार्य कराया है, लेकिन इस पर विराम नहीं लग रहा है. कटाव निरंतर जारी है. हाल के कुछ दिन पहले गंगा का जल स्तर ज्यों-ज्यों बढ़ रहा है, त्यों-त्यों कटाव में भी तेजी आने लगी है. फिलहाल विभाग इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे न्यू नालंदा ट्यूवेल एंड बोरिंग, पटना के संवेदक के माध्यम से जियो बैग से गंगा के किनारे को कटाव से बचाने के प्रयास में लगे हैं.

कटाव स्थल पर एक तरफ से जीयो बैग डाला जा रहा है, तो दूसरी ओर गंगा के पानी का करंट उसे बहा ले जा रहा है. कार्यरत मजदूर बैरिया दियारा बिंद टोली के विष्णुदेव व प्रकाश महतो ने बताया कि जियो बैग में मिट्टी भरने का काम तो कर रहे हैं, लेकिन मशीन के अभाव में सिलाई नहीं हो रही है.

अधिकारियों ने बताया कि कटाव निरोधी कार्य पर अबतक में संवेदक को 3.44 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है. इसमें शव दाह गृह के पास कटाव निरोधी कार्य पर 76 लाख व इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे 4.24 करोड़ रुपये शामिल है. उन्होंने बताया कि इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे कटाव निरोधी कार्य अगले दो दिनों में पूरा हो जायेगा. कार्य की उपलब्धता पर संवेदक को पूरा भुगतान भी कर दिया जायेगा.

कटाव की स्थिति भयावह
इंजीनियरिंग कॉलेज के पीछे चहारदीवारी के पास कटाव निरोधी कार्य कराया जा रहा है. लेकिन, इसके ठीक 200 मीटर आगे डीपीएस स्कूल के पीछे कटाव की स्थिति भयावह है. पानी का करंट में मिट्टी का बहाव तेज हो गया है. ज्यों-ज्यों पानी बढ़ रहा है, त्यों-त्यों कटाव भी तेज हो गया है. गंगा के किनारे की जमीन कट कर गंगा में विलीन हो रही है.

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